NASA के मार्स रिकॉनिसेंस ऑर्बिटर (MRO) को मंगल पर दिखा धूल में दबा यह स्पेसक्राफ्ट!

MRO के HiRISE कैमरा ने ये तस्वीरें ली हैं।

विज्ञापन
Written by हेमन्त कुमार, अपडेटेड: 1 जनवरी 2025 20:13 IST
ख़ास बातें
  • गुजरते समय के साथ इनसाइट लैंडर के सौर पैनल्स पर धूल जमती चली गई।
  • यह स्पेसक्राफ्ट अपने क्रियाकलाप के लिए सूर्य की रोशनी से पावर लेता था।
  • नवंबर 2018 से दिसंबर 2022 तक इनसाइट लैंडर ने मंगल पर यात्रा की।

NASA के मार्स रिकॉनिसेंस ऑर्बिटर ने रिटायर्ड स्पेसक्राफ्ट इनसाइट लैंडर को स्पॉट किया।

Photo Credit: NASA/JPL

NASA के मार्स रिकॉनिसेंस ऑर्बिटर (Mars Reconnaissance Orbiter (MRO) को मंगल पर एक बहुत ही खास फोटो लेने का मौका मिला। इसने मंगल पर एजेंसी के स्पेसक्राफ्ट इनसाइट लैंडर (InSight lander) को देखा जो कि पूरी तरह से लाल ग्रह की धूल में ढका हुआ था। MRO के हाई-रेजॉल्यूशन इमेजिंग साइंस एक्सपेरीमेंट (HiRISE) कैमरा ने ये तस्वीरें ली हैं। तस्वीरें काफी ध्यान खींचती हैं और बताती हैं कि कैसे कुछ समय पहल मंगल पर एक्टिव रहा लैंडर अब ग्रह की लाल व भूरी सतह पर दब गया है। 

मार्स रिकॉनिसेंस ऑर्बिटर द्वारा कैमरा में कैद की गई ये तस्वीरें सिर्फ तस्वीरें मात्र नहीं हैं। ये बताती हैं कि मंगल ग्रह पर वायुमंडल और उसका प्रभाव कैसा हो सकता है। नासा की JPL ने इसके बारे में बताते हुए कहा कि इनसाइट लैंडर के सौर पैनल महीन धूल की एक परत में ढके दिखाई देते हैं। यह वैसी ही रेत और धूल है जो कि पूरे ग्रह पर भी दिखाई देती है। 

नवंबर 2018 से दिसंबर 2022 तक इनसाइट लैंडर ने मंगल पर यात्रा की। यह स्पेसक्राफ्ट अपने क्रियाकलाप के लिए सूर्य की रोशनी से पावर लेता था। लेकिन गुजरते समय के साथ इसके सौर पैनल्स पर धूल जमती चली गई जिससे कि इसकी पावर जेनरेट कैपिसिटी कम होती चली गई। होते होते एक दिन यह बिल्कुल ठप हो गया। अब इस पर धूल जमती जा रही है। 
 
नासा के वैज्ञानिक इनसाइट लैंडर को अंतिम विदाई देना चाहते थे। साथ ही मकसद था कि अंतिम फोटो के माध्यम से पता चल सके कि गुजरते समय के साथ मंगल पर उड़ रही धूल वहां मौजूद चीजों के साथ कैसा बर्ताव करती है। इनसाइट लैंडर एजेंसी के उस पहले मिशन के रूप में कामयाब हुआ जिसने मंगल पर भूकंपों का पता लगाया। इसने ग्रह के भीतरी हिस्से के बारे में भी डेटा दिया जिसमें इसकी क्रस्ट, मेंटल और कोर के बारे में भी जानकारी शामिल थी। इनसाइट लैंडर ने मंगल पर चार साल तक सक्रिय रूप से काम किया। 

मंगल ग्रह पर धूल को स्टडी करना बहुत महत्वपूर्ण बताया गया है। मंगल पर मौजूद धूल इसके पर्यावरण को तैयार करने में अहम भूमिका निभाती है। यहां पर धूल के तूफान आते हैं जो इसके मौसम के पैटर्न पर असर डालते हैं। इसके अलावा इनसाइट लैंडर पर जमी धूल बताती है कि इसके जमने के कारण उल्का पिंडों के गिरने से बने गड्ढे और स्पेसक्राफ्ट्स के मंगल पर उतरने के कदमों के निशान भी मिट सकते हैं। वैज्ञानिकों को इससे समझने में मदद मिलेगी कि धूल यहां पर कितनी तेजी से किसी वस्तु पर जमती है और अहम चिह्नों को कैसे ढक सकती है। 
 
 

लेटेस्ट टेक न्यूज़, स्मार्टफोन रिव्यू और लोकप्रिय मोबाइल पर मिलने वाले एक्सक्लूसिव ऑफर के लिए गैजेट्स 360 एंड्रॉयड ऐप डाउनलोड करें और हमें गूगल समाचार पर फॉलो करें।

हेमन्त कुमार Gadgets 360 में सीनियर ...और भी

Advertisement
Popular Brands
#ट्रेंडिंग टेक न्यूज़
  1. Amazon की सेल में LG, Samsung और कई ब्रांड्स के स्मार्ट TVs पर 50 प्रतिशत से ज्यादा तक डिस्काउंट
  2. Vodafone Idea के इस प्लान में पूरे परिवार को अनलिमिटेड इंटरनेट, कॉल और OTT के बेनिफिट
#ताज़ा ख़बरें
  1. Amazon की सेल में LG, Samsung और कई ब्रांड्स के स्मार्ट TVs पर 50 प्रतिशत से ज्यादा तक डिस्काउंट
  2. Lava Blaze AMOLED 2 5G जल्द होगा लॉन्च: डिजाइन और स्पेसिफिकेशन्स हुए कंफर्म, Rs 15,000 से कम होगी कीमत!
  3. Oben Rorr EZ Sigma इलेक्ट्रिक बाइक लॉन्च: 175 km की रेंज और रिवर्स मोड भी, लेकिन कीमत स्कूटर जितनी!
  4. Pixel 9a पर Rs 7,000 का फ्लैट डिस्काउंट, कोई स्पेशल शर्त नहीं, बस यूज करें ये कॉमन कार्ड!
  5. Xiaomi का नया पावर बैंक फोन के पीछे चिपक जाएगा, बिना केबल के भी करेगा चार्ज, जानें कीमत
  6. Amazon Great Freedom Festival Sale: OnePlus, Redmi, Lava और कई ब्रांड्स के मोबाइल्स पर बेस्ट डील्स
  7. Samsung के Galaxy S26 Ultra में मिल सकता है 200 मेगापिक्सल ISOCELL HP2 प्राइमरी कैमरा
  8. Amazon Great Freedom Festival Sale: Dell, Acer, Lenovo और कई ब्रांड्स के परफॉर्मेंस लैपटॉप पर बड़ा डिस्काउंट
  9. Siri की छुट्टी! Apple ला रहा है नया Answer Engine, बदल देगा iPhone का एक्सपीरिएंस
  10. Vodafone Idea के इस प्लान में पूरे परिवार को अनलिमिटेड इंटरनेट, कॉल और OTT के बेनिफिट
Download Our Apps
Available in Hindi
© Copyright Red Pixels Ventures Limited 2025. All rights reserved.