मंगल ग्रह पर मिला पानी का भंडार! भर जाएगा एक महासागर, जानें पूरा मामला

Water Reservoir on Mars : रिसर्चर्स ने कहा है कि मंगल ग्रह की सतह से लगभग 11.5 से 20 किलोमीटर नीचे मौजूद यह पानी सूक्ष्मजीवी जीवन (microbial life) के लिए अनुकूल है।

मंगल ग्रह पर मिला पानी का भंडार! भर जाएगा एक महासागर, जानें पूरा मामला

Photo Credit: Nasa

यह स्‍टडी जर्नल प्रोसीडिंग्स ऑफ द नेशनल एकेडमी ऑफ साइंसेज में पब्लिश हुई है।

ख़ास बातें
  • मंगल ग्रह पर हो सकता है लिक्विड वॉटर
  • सतह के नीचे चट्टानों में हो सकता है पानी का भंडार
  • उसे निकाला जाए, तो भर सकता है एक महासागर
विज्ञापन
मंगल ग्रह की सतह के नीचे तरल पानी का भंडार हो सकता है। यह पानी ग्रह की सतह के नीचे मौजूद टूटी हुई आग्नेय चट्टानों में होने का अनुमान है। वैज्ञानिकों को लगता है कि इस पानी से एक महासागर भर जाएगा। यह निष्कर्ष नासा के रोबोट इनसाइट लैंडर से मिले भूकंपीय डेटा को टटोलने के बाद निकाले गए हैं। रिसर्चर्स ने कहा है कि मंगल ग्रह की सतह से लगभग 7.2 से 12.4 मील (11.5 से 20 किलोमीटर) नीचे मौजूद यह पानी सूक्ष्मजीवी जीवन (microbial life) को बनाने के लिए अनुकूल परिस्थितियां देता है फ‍िर चाहे हम आज के संदर्भ में बात करें या अतीत की। 

एनडीटीवी की रिपोर्ट के अनुसार, यह स्‍टडी जर्नल प्रोसीडिंग्स ऑफ द नेशनल एकेडमी ऑफ साइंसेज में पब्लिश हुई है। इसमें कहा गया है कि मंगल ग्रह की सतह के नीचे आग्नेय चट्टानें जिस गहराई में मौजूद हैं, वह जगह इतनी गर्म है कि पानी को लिक्विड फॉर्म में रख सकती है। गहराई कम होने पर पानी, बर्फ बन जाएगा। 

रिपोर्ट के अनुसार, पृथ्वी पर भी एक निश्चित गहराई में सूक्ष्मजीवी जीवन मौजूद है। वहां भी चट्टानों में पर्याप्‍त पानी है। 

नासा के जिस इनसाइट लैंडर के डेटा से यह जानकारी मिली है, वह साल 2018 में धरती पर उतरा था। लैंडर ने ग्रह की कई परतों, उसके लिक्विड मेटल कोर से लेकर मेंटल और क्रस्‍ट तक के बारे में डेटा जुटाया था। इनसाइट मिशन 2022 में खत्‍म हो जाएगा।

इनसाइट के डेटा से पता चला है कि लिविक्‍ड वॉटर का भंडार ग्रह की सबसे बाहरी परत यानी उसकी सतह के नीचे टूटी हुई आग्नेय चट्टानों के अंदर मौजूद है। माना जाता है कि ये चट्टानें लावा के ठंडा होने और जमने से बनी हैं।

वैज्ञानिकों का मानना है कि अगर उस पानी को निकाला जाए, तो मंगल की पूरी सतह पर एक से दो किलोमीटर गहरा महासागर बन सकता है। वैज्ञानिकों का यह भी मानना है कि शुरुआत में मंगल ग्रह की सतह पर भी पानी हुआ करता होगा। तब वहां की सतह आज की तुलना में ज्‍यादा गर्म रही होगी। इस रिसर्च से मंगल ग्रह पर जीवन की संभावनाओं का पता लगाने में मदद मिल सकती है। 
 
Comments

लेटेस्ट टेक न्यूज़, स्मार्टफोन रिव्यू और लोकप्रिय मोबाइल पर मिलने वाले एक्सक्लूसिव ऑफर के लिए गैजेट्स 360 एंड्रॉयड ऐप डाउनलोड करें और हमें गूगल समाचार पर फॉलो करें।

प्रेम त्रिपाठी

प्रेम त्रिपाठी Gadgets 360 में चीफ सब एडिटर हैं। 10 साल प्रिंट मीडिया ...और भी

Share on Facebook Gadgets360 Twitter ShareTweet Share Snapchat Reddit आपकी राय google-newsGoogle News

विज्ञापन

Follow Us

विज्ञापन

#ताज़ा ख़बरें
  1. UPI की बढ़ रही लोकप्रियता, दिसंबर में ट्रांजैक्शंस ने बनाया रिकॉर्ड
  2. Ather 4 जनवरी को भारत में लॉन्च कर रही है 2025 Ather 450 इलेक्ट्रिक स्कूटर, जानें क्या होगा खास?
  3. ISRO लॉन्च करेगा अमेरिकी सैटेलाइट, स्पेस से फोन कॉल बन सकती है हकीकत
  4. Moto G05 भारत में 5200mAh बैटरी, 50MP कैमरा के साथ 7 जनवरी को होगा लॉन्च, जानें स्पेसिफिकेशन्स
  5. TCL ने लॉन्च किए 65-इंच और 75-इंच स्क्रीन साइज वाले QD-MiniLED TV, जानें कीमत और स्पेसिफिकेशन्स
  6. Samsung की स्मार्टफोन्स के लिए 500 मेगापिक्सल का कैमरा लाने की तैयारी
  7. Redmi Note 14 4G MediaTek Helio G99 Ultra चिपसेट, 8GB रैम के साथ जल्द होगा लॉन्च! सामने आया परफॉर्मेंस स्कोर
  8. Hyundai ने पेश की क्रेटा इलेक्ट्रिक, 473 किलोमीटर तक की रेंज
  9. Redmi A5 भारत में जल्द होगा लॉन्च, सर्टिफिकेशन लिस्टिंग लीक, POCO भी इसी फोन को करेगी रीबैज!
  10. सिर्फ 39,750 रुपये में मिल रहा iPhone 16 Plus!, जानें कैसे मिलेगा इस डील का लाभ
© Copyright Red Pixels Ventures Limited 2025. All rights reserved.
ट्रेंडिंग प्रॉडक्ट्स »
लेटेस्ट टेक ख़बरें »