• होम
  • विज्ञान
  • ख़बरें
  • ISRO का अंतरिक्ष में कारनामा! लॉन्च किया 550kg क्षमता वाला अपना सबसे छोटा रॉकेट SSLVD2! जानें इसके बारे में

ISRO का अंतरिक्ष में कारनामा! लॉन्च किया 550kg क्षमता वाला अपना सबसे छोटा रॉकेट SSLVD2! जानें इसके बारे में

आमतौर पर SLV को सैटेलाइट लॉन्च के लिए इस्तेमाल किया जाता है।

ISRO का अंतरिक्ष में कारनामा! लॉन्च किया 550kg क्षमता वाला अपना सबसे छोटा रॉकेट SSLVD2! जानें इसके बारे में

एजेंसी ने अपना सबसे छोटा रॉकेट SSLVD2 सफलतापूर्वक लॉन्च किया है।

ख़ास बातें
  • SSLV को 550kg तक पेलोड को स्पेस में ले जाने के लिए विकसित किया।
  • यह स्मॉल सैटेलाइट लॉन्च व्हीकल बनाया गया है।
  • इसकी पहली उड़ान अगस्त 2022 में टेस्ट की गई थी जो विफल रही थी।
विज्ञापन
ISRO ने अंतरिक्ष के क्षेत्र में कारनामा कर दिखाया है। एजेंसी ने अपना सबसे छोटा रॉकेट SSLVD2 सफलतापूर्वक लॉन्च किया है। इसे श्रीहरिकोटा सतीश धवन अंतरिक्ष केंद्र से लॉन्च किया गया। इसकी खासियत ये है कि यह कम समय में कई सैटेलाइट को अंतरिक्ष में जाकर पृथ्वी के ऑर्बिट में सेट करने में सफल रहा। हालांकि पहली बार जब इसे भेजे जाने का प्रयास किया गया था तो यह असलफल हो गया था। इसकी पहली उड़ान अगस्त 2022 में टेस्ट की गई थी जो विफल रही थी। उस वक्त यह सैटेलाइट को सही ऑर्बिट में सेट नहीं कर पाया था। 

आमतौर पर SLV को सैटेलाइट लॉन्च के लिए इस्तेमाल किया जाता है। इसे शॉर्ट फॉर्म में सैटेलाइट लॉन्च व्हीकल या SLV कहा जाता है। लेकिन शुक्रवार को ISRO ने SSLVD2 को लॉन्च किया। यह स्मॉल सैटेलाइट लॉन्च व्हीकल बनाया गया है। ANI की  रिपोर्ट के मुताबिक इसरो ने इसे सबसे छोटे रॉकेट के तौर पर बनाया है। इसे आंध्रप्रदेश के श्रीहरिकोटा से सुबह 9:18 बजे अंतरिक्ष के लिए भेजा गया। 15 मिनट तक यात्रा करने के बाद उसने पृथ्वी की कक्षा में तीन सैटेलाइट छोड़े जो कि  EOS-07, Janus-1 और AzaadiSAT-2 थे। 

इन तीन सैटेलाइट्स की बात करें तो इनमें EOS-07 को खुद इसरो ने ही बनाया है और यह 156.3kg वजन का है। Janus-1 को अमेरिकी कंपनी ने बनाया है। यह सैटेलाइट 10.2kg का है। AzaadiSAT-2 को चेन्नई के स्टार्टअप ने स्पेसकिड्ज के वैज्ञानिकों की मदद से बनाया है। यह सैटेलाइट 8.7kg वजन का है।  

रिपोर्ट के मुताबिक ISRO में लॉन्च मिशन के डायरेक्टर विनोद ने कहा, रॉकेट बनाने के साथ-साथ उन्हें सही ऑर्बिट में लॉन्च करने के लिए सभी 3 सैटेलाइट टीमों को बधाई हो। हमने SSLVD1 में आने वाली समस्याओं को जांचा और उसमें सुधार किया। इस बार हमने रॉकेट का सफल लॉन्च करने के लिए इस पर तेजी से काम किया।” एजेंसी ने SSLV को 550kg तक पेलोड को पृथ्वी की निचली कक्षा यानि कि लोवर ऑर्बिट तक ले जाने के मकसद से डेवलप किया है। 
 
Comments

लेटेस्ट टेक न्यूज़, स्मार्टफोन रिव्यू और लोकप्रिय मोबाइल पर मिलने वाले एक्सक्लूसिव ऑफर के लिए गैजेट्स 360 एंड्रॉयड ऐप डाउनलोड करें और हमें गूगल समाचार पर फॉलो करें।

ये भी पढ़े: SSLVD2, ISRO, SSLVD2 rocket, ISRO SSLV, ISRO SSLV D1, ISRO SSLV D2
हेमन्त कुमार

हेमन्त कुमार Gadgets 360 में सीनियर सब-एडिटर हैं और विभिन्न प्रकार के ...और भी

Share on Facebook Gadgets360 Twitter ShareTweet Share Snapchat Reddit आपकी राय google-newsGoogle News

विज्ञापन

Follow Us

विज्ञापन

#ताज़ा ख़बरें
  1. 27 इंच बड़ी स्क्रीन, 520Hz रिफ्रेश के साथ ViewSonic गेमिंग मॉनिटर हुआ लॉन्च, जानें फीचर्स
  2. Xiaomi 15 Ultra फोन के कैमरा स्पेसिफिकेशंस कंफर्म, मिलेगा अबतक का सबसे धांसू क्वाड कैमरा सेटअप!
  3. Apple का पहला फोल्डेबल फोन होगा हाइब्रिड डिवाइस! हुआ नया खुलासा
  4. iQOO 15 Pro पहली बार हुआ लीक, 2K डिस्प्ले, 7000mAh बैटरी, घांसू कैमरा से होगा लैस!
  5. JBL Flip 7 पोर्टेबल ब्लूटूथ स्पीकर 14 घंटे की बैटरी, IP68 रेटिंग के साथ हुआ लॉन्च, जानें कीमत
  6. 3 करोड़ साल पुरानी खोपड़ी ने खोला 'भयानक शिकारी' का इतिहास!
  7. 30 हजार में आने वाले AC, Amazon पर मिल रहा जबरदस्त डिस्काउंट
  8. Jio लाई भारत-पाक मैच के लिए धांसू प्लान, 84 दिन वैलिडिटी, डेली 2GB, Jiohotstar फ्री सब्सक्रिप्शन और बहुत कुछ!
  9. Flying Car Video: आ गई उड़ने वाली कार! Rs 2.5 करोड़ है कीमत, सड़क पर चलेगी, आसमान में भी उड़ेगी, देखें वीडियो
  10. भारत में Tesla की सबसे सस्ती कार भी मिलेगी कम से कम Rs 40 लाख में! जानें वजह
© Copyright Red Pixels Ventures Limited 2025. All rights reserved.
ट्रेंडिंग प्रॉडक्ट्स »
लेटेस्ट टेक ख़बरें »