इंसान कब से दो पैरों पर चल रहा? नई स्‍टडी में हुआ खुलासा

इंसान के विकास का यह एक अहम बिंदु है। शायद इसीलिए वैज्ञानिक सटीक तौर पर उस समय का अनुमान लगाना चाहते हैं।

विज्ञापन
प्रेम त्रिपाठी, अपडेटेड: 27 अगस्त 2022 14:30 IST
ख़ास बातें
  • वैज्ञानिकों ने इंसान की बेहद शुरुआती प्रजा‍ति के जीवाश्‍म को जांचा
  • सहेलएंथ्रोपस चडेन्सिस के जीवाश्‍म की जांच की गई
  • ये जीवाश्‍म साल 2001 में चाड में पाए गए थे

वैज्ञानिकों ने इंसान की बेहद शुरुआती प्रजा‍ति सहेलएंथ्रोपस चडेन्सिस (Sahelanthropus tchadensis) के अगले हिस्‍से और जांघ के जीवाश्म की जांच की।

इंसान दो पैरों पर चलता है, लेकिन लाखों साल पहले ऐसा नहीं था। इंसान चार पैरों पर चलते हुए विकसित हुआ और धीरे-धीरे उसने दो पैरों पर चलना सीखा। एक नई स्‍टडी में अनुमान लगाया गया है कि करीब 70 लाख साल पहले इंसान चार के बजाए दो पैरों पर चलने के अनुकूल हुआ। इंसान के विकास का यह एक अहम बिंदु है। शायद इसीलिए वैज्ञानिक सटीक तौर पर उस समय का अनुमान लगाना चाहते हैं। स्‍टडी के दौरान वैज्ञानिकों ने इंसान की बेहद शुरुआती प्रजा‍ति सहेलएंथ्रोपस चडेन्सिस (Sahelanthropus tchadensis) के अगले हिस्‍से और जांघ के जीवाश्म की जांच की। ये जीवाश्‍म साल 2001 में चाड के टोरोस-मेनला रीजन में पाए गए थे। 

स्‍टडी के अनुसार, यह भी मुमकिन है कि ये शुरुआती होमिनिन (hominins) सभी चार अंगों का इस्‍तेमाल करते हुए ऊपर चढ़ने लगे हों और धीरे-धीरे चार में से दो अंगों का इस्‍तेमाल करना सीखा हो। रिसर्चर्स ने सहेलएंथ्रोपस चडेन्सिस के लोकोमोटर बिहेवियर के पोस्टक्रैनियल सबूतों का खुलासा किया। इससे शुरुआती मानव विकास के बारे में समझ मिलती है। 
रिसर्चर्स यह तय करने में सक्षम थे कि सहेलएंथ्रोपस चडेन्सिस किस तरह से डेवलप हुआ। उन्‍होंने उसकी जीवाश्म हड्डियों की 20 अलग-अलग विशेषताओं का इस्‍तेमाल यह तय करने के लिए किया कि सहेलएंथ्रोपस चडेन्सिस दो पैरों पर चलते थे या चार।  वे इस निष्कर्ष पर पहुंचे कि इस प्रजाति ने मौजूदा गोरिल्ला और चिंपांजी की तरह अपनी उंगली और पैर की हड्डियों पर वापस झुकने के बजाए पेड़ों पर चढ़ने के लिए ठोस हाथ की पकड़ को इस्‍तेमाल किया।  

यह जांच एक खोपड़ी वाले जीवाश्म पर पहले हुए शोध पर आगे बढ़ी, जिसे सहेलएंथ्रोपस चडेन्सिस माना जाता है। इसे भी चाड के टोरोस-मेनला रीजन में खोजा गया था। अब इस बात के और ज्‍यादा सबूत हैं कि बंदरों जैसी ये प्रजातियां दो पैरों वाली थीं। ये जीवाश्म उस समय से जुड़े हैं, जिस वक्‍त को लेकर काफी विवाद रहा है। कहा जाता है कि इसी समय के दौरान यानी 60 से 80 लाख साल पहले इंसान आनुवंशिक रूप से चिंपैंजी और बोनोबोस से अलग हो गए थे। शुरुआती होमिनिन के बारे में कहा जाता है कि वो घास के मैदानों, ताड़ के पेड़ों और जंगलों में रहते थे। भोजन और पानी की तलाश में उनके पास पेड़ों में चढ़ने के लिए दो पैरों का विकल्‍प था।
 

 

लेटेस्ट टेक न्यूज़, स्मार्टफोन रिव्यू और लोकप्रिय मोबाइल पर मिलने वाले एक्सक्लूसिव ऑफर के लिए गैजेट्स 360 एंड्रॉयड ऐप डाउनलोड करें और हमें गूगल समाचार पर फॉलो करें।

Advertisement
Popular Brands
#ट्रेंडिंग टेक न्यूज़
  1. इनकम टैक्स डिपार्टमेंट ने पकड़ा 300 करोड़ रुपये से ज्यादा का क्रिप्टो हवाला रैकेट
  2. ये हैं 65 इंच डिस्प्ले वाले टॉप 5 स्मार्ट टीवी, घर पर होगा जबरदस्त मनोरंजन
  3. IND vs SA Women Live: आज मिलेगा नया वर्ल्ड चैंपियन! भारत-साउथ अफ्रीका की फाइनल में टक्कर, यहां देखें Live
  4. 7,000mAh की जंबो बैटरी के साथ लॉन्च हुई Realme C85 सीरीज, जानें प्राइस, स्पेसिफिकेशंस
#ताज़ा ख़बरें
  1. ISRO की बड़ी कामयाबी, देश का सबसे भारी कम्युनिकेशन सैटेलाइट CMS-03 किया लॉन्च
  2. 7,000mAh की जंबो बैटरी के साथ लॉन्च हुई Realme C85 सीरीज, जानें प्राइस, स्पेसिफिकेशंस
  3. इनकम टैक्स डिपार्टमेंट ने पकड़ा 300 करोड़ रुपये से ज्यादा का क्रिप्टो हवाला रैकेट
  4. ये हैं 65 इंच डिस्प्ले वाले टॉप 5 स्मार्ट टीवी, घर पर होगा जबरदस्त मनोरंजन
  5. iPhone 16 पर अभी भी बंपर डिस्काउंट! यहां से खरीदने पर होगी Rs 7,500 की बचत
  6. IND vs SA Women Live: आज मिलेगा नया वर्ल्ड चैंपियन! भारत-साउथ अफ्रीका की फाइनल में टक्कर, यहां देखें Live
  7. Google का दावा: लाखों रुपये वाले iPhone से ज्यादा सुरक्षित हैं Android स्मार्टफोन!
  8. Aadhaar कार्ड का मजबूत वर्जन, ऑनलाइन ऐसे करें आवेदन, घर बैठे मिलेगा
  9. Ather ने बनाया सेल्स का रिकॉर्ड, Bajaj Auto को मिला टॉप स्पॉट
  10. मोबाइल डाटा हो जाता है जल्दी खत्म? ऐसे करें बचत और लंबे समय तक कर पाएंगे उपयोग
Download Our Apps
Available in Hindi
© Copyright Red Pixels Ventures Limited 2025. All rights reserved.