आधा डायनासोर, आधा पक्षी… 12 करोड़ साल पुराने जीव ने चीनी रिसर्चर्स को चौंकाया!

उत्तरी चीन में की गई एक खुदाई के दौरान इस पक्षी के जीवाश्‍म का पता चला। इस जानकारी को नेचर इकोलॉजी एंड इवोल्यूशन में इस महीने पब्‍लिश एक स्‍टडी में शामिल किया गया है।

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Written by प्रेम त्रिपाठी, Edited by आकाश आनंद, अपडेटेड: 5 जनवरी 2023 15:58 IST
ख़ास बातें
  • यह जीवाश्‍म 12 करोड़ साल पुराना आंका जा रहा है
  • इसे उत्तरी चीन में खोजा गया है
  • जीवाश्‍म का सिर डायनासोर जैसा और शरीर किसी पक्षी की तरह है

यह जीवाश्‍म 12 करोड़ साल पुराना आंका जा रहा है। इस जीवाश्‍म का सिर डायनासोर जैसा और शरीर किसी पक्षी की तरह दिखाई देता है।

वैज्ञानिक आमतौर पर यह मानते आए हैं कि धरती पर आज से 6.6 करोड़ साल पहले डायनासोर (dinosaurs) रहा करते थे। माना जाता है कि धरती पर एक एस्‍टरॉयड के टकराने की वजह से डायनासोर का विनाश हो गया। दुनियाभर में इनके जीवाश्‍म आज भी मिलते हैं। इसके अलावा वैज्ञानिक यह भी मानते हैं कि पक्षी, डायनासोर से ही डेवलप हुए हैं। हालांकि यह सब कैसे हुआ होगा, इसकी जानकारी अभी किसी को नहीं है। अब चीन में मिले एक जीवाश्‍म ने इस विषय को और मुश्किल बना दिया है। यह जीवाश्‍म 12 करोड़ साल पुराना आंका जा रहा है। इस जीवाश्‍म का सिर डायनासोर जैसा और शरीर किसी पक्षी की तरह दिखाई देता है। 

नए जीवाश्‍म का नाम क्रेटोनविस झूई (Cratonavis zhui) है, जो आधुनिक पक्षियों के विकास को लेकर महत्‍वपूर्ण नजरिया सामने ला सकता है। उत्तरी चीन में की गई एक खुदाई के दौरान इस पक्षी के जीवाश्‍म का पता चला। इस जानकारी को नेचर इकोलॉजी एंड इवोल्यूशन में इस महीने पब्‍लिश एक स्‍टडी में शामिल किया गया है। 

स्‍टडी में डॉक्‍युमेंट किया गया है कि क्रेटोनविस झूई का शरीर ‘आश्चर्यजनक रूप से लंबी' स्कैपुला और मेटाटार्सल हड्डियों की वजह से एक पक्षी के समान है। जीवाश्‍म को स्‍टडी करने में तकनीक की मदद ली गई। रिसर्चर्स ने पहले हाई-रेजॉलूशन सीटी स्कैनिंग की। खास बात है कि इस दौरान जीवाश्‍म वहीं मौजूद था, जहां उसे खोजा गया था। इसके बाद रिसर्चर्स ने उसकी हड्ड‍ियों को डिजिटली अलग किया। इसके बाद रिसर्चर्स ने जीवाश्‍म की खोपड़ी शेप और फंक्‍शंस को फ‍िर से तैयार किया। वैज्ञानिकों ने पाया कि जीवाश्‍म की खोपड़ी पक्षियों की खोपड़ी की तरह नहीं है, वह T.rex जैसे डायनासोरों की खोपड़ी के समान है। 

गौरतलब है कि लाखों-करोड़ों साल पहले पृथ्‍वी पर डायनासोर रहते थे। माना जाता है कि एक विनाशकारी एस्ट्रॉयड (asteroid) के पृथ्‍वी से टकराने पर जो त्रासदी आई, उसने डायनासोर के वजूद को खत्‍म कर दिया। पिछले साल भी वैज्ञानिकों को एक बड़ी कामयाबी मिली थी। उन्‍हें डायनासोर का पैर मिला था। यह काफी हद तक संरक्षित था। वैज्ञानिकों का मानना ​​है कि यह विनाशकारी एस्‍टरॉयड इवेंट से जुड़ा पहला जीवाश्म है। अमेरिका के नॉर्थ डकोटा में तानिस फॉसिल साइट (Tanis fossil site) पर इस जीवाश्‍म को खोजा गया। पैर की त्‍वचा उससे जुड़ी हुई थी। वैज्ञानिकों को उम्मीद है कि यह जीवाश्‍म 66 मिलियन साल पहले डायनासोरों के साथ घटी असल घटना पर रोशनी डाल सकता है। पता चल सकता है कि जब एक विशाल एस्ट्रॉयड पृथ्वी से टकराया था और उसने डायनासोर का सफाया कर दिया था, तब वाकई में हुआ क्‍या था।
 

 

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