तिब्बत में एशिया का सबसे ऊंचा पेड़ खोजा गया है। यह साइप्रस (cypress) का पेड़ है, जिसे दुनिया का दूसरा सबसे ऊंचा पेड़ बताया जा रहा है। इस पेड़ की ऊंचाई स्टैच्यू ऑफ लिबर्टी से भी ज्यादा है। पेकिंग यूनिवर्सिटी की
रिसर्च टीम ने निंगची सिटी की बोम काउंटी के जंगल वाले इलाके में इस पेड़ का पता लगाया। साइप्रस का यह पेड़ किस प्रजाति का है, अभी इसकी जानकारी नहीं है। चीनी मीडिया का कहना है कि यह हिमालयन साइप्रस या तिब्बतन साइप्रस हो सकता है।
यूनिवर्सिटी की
वेबसाइट के अनुसार, साइप्रस के इस पेड़ की ऊंचाई 102.3 मीटर है। इसके मुकाबले स्टैच्यू ऑफ लिबर्टी की ऊंचाई 93 मीटर है। चीन के सरकारी पब्लिकेशन पीपुल्स डेली ऑनलाइन ने पेड़ का व्यास 2.9 मीटर
बताया है।
यूनिवर्सिटी की रिसर्च टीम पिछले साल से इस काम में लगी थी। उसने मई 2022 में दक्षिण-पश्चिम चीन में 83 मीटर ऊंचा देवदार का पेड़ खोजा था। टीम को लगा था कि वह चीन का सबसे ऊंचा पेड़ हो सकता है। आखिरकार रिसर्च टीम साइप्रस के पेड़ तक पहुंची। पेड़ की ऊंचाई का पता लगाने के लिए ड्रोन, लेजर समेत रडार उपकरण का इस्तेमाल किया गया।
टीम ने साइप्रस के पेड़ का 3डी मॉडल तैयार किया। इसके बाद यह पुष्टि की गई कि 102.3 मीटर ऊंचा साइप्रस का पेड़ एशिया का सबसे ऊंचा पेड़ है। इससे पहले यह तमगा मलयेशिया की दानम घाटी के एक पेड़ के नाम था। उसकी ऊंचाई 101 मीटर है।
बात करें, दुनिया के सबसे ऊंचे पेड़ की, तो वह अमेरिका में है। कैलिफोर्निया के रेडवुड नेशनल पार्क में स्थित 116 मीटर का ऊंचा पेड़ कोस्टल रेडवुड का है। इस पेड़ की उम्र लगभग 600 से 800 साल के बीच बताई जाती है। साल 2006 में इसे खोजा गया था। पिछले साल से लोगों के इस पेड़ के पास जाने पर मनाही है, क्योंकि वो पेड़ पर चढ़ रहे थे और वहां कचरा छोड़ रहे थे।