अगर आपको बहुत ज्यादा गुस्सा आता है तो आपको बहुत ज्यादा सावधान रहने की जरूरत है। नई रिसर्च कहती है कि बहुत ज्यादा गुस्सा करने वाले लोगों में दिल की बिमारी का खतरा बढ़ जाता है। इसमें खासकर इस तरह के लोगों का जिक्र किया गया है जिन्हें एकदम से बहुत ज्यादा गुस्सा आ जाता है, या जो एकदम से आग की तरह भड़क उठते हैं। अमेरिका के शोधकर्ताओं ने निष्कर्ष निकाला है कि अचानक से बहुत तेज गुस्सा करने वाले लोगों के शरीर में रक्त वाहनियों पर अचानक से बहुत ज्यादा जोर पड़ता है जिसके कारण उन्हें हार्ट अटैक जैसी घातक और जानलेवा बिमारी से भी जूझना पड़ सकता है।
इससे पहले हुए शोधों में भी गुस्से और दिल के स्वास्थ्य का संबंध बताया गया था। लेकिन इसके पीछे कारण क्या होता है, इसके बारे में तस्वीर बहुत ज्यादा साफ नहीं थी। नई स्टडी में कहा गया है कि एकदम से बहुत ज्यादा गुस्सा करना ब्लड वेसल की लाइनिंग पर बहुत ज्यादा दबाव डालता है जिससे
हार्ट स्ट्रोक भी आ सकता है। रिसर्च यह भी कहती है अगर रक्त वाहनियों को स्वस्थ बनाए रखना है तो स्वभाव को शांत बनाए रखने की बहुत जरूरत है।
रोचक रूप से यहां एक और बात सामने आई है। गुस्से का जो असर रक्त वाहनियों पर होता है, वह असर उदासी या परेशानी का नहीं होता है। यानी कि चिंता करने से रक्त वाहनियों की लाइनिंग को इस तरह का नुकसान नहीं पहुंचता है। हालांकि, अन्य कई शोधों में इस बात का जिक्र किया गया है कि चिंता और उदासीनता दिल की बिमारियों का कारण बन सकती है। न्यूयॉर्क में कोलंबिया यूनिवर्सिटी इरविंग मेडिकल सेंटर में मेडिसिन की प्रोफेसर, और स्टडी की प्रमुख लेखक दाइची शिम्बो के मुताबिक, संवहनियों की कार्यप्रणाली का बिगड़ना हार्ट अटैक और स्ट्रोक जैसे रिस्क को बढ़ाता है।
ऑब्जर्वेशन आधारित स्टडी यही कहती हैं निगेटिव इमोशन का दिल की बिमारी और अन्य कार्डियोवेस्कुलर बिमारी से सीधा संबंध है। और सबसे बड़ा निगेटिव इमोशन गुस्से को ही बताया गया है। स्टडी को
Journal of the American Heart Association में पब्लिश किया गया है। इसमें शोधकर्ताओं ने पता लगाया कि क्या एक न्यूट्रल इमोशन की तुलना में निगेटिव इमोशन जैसे- गुस्सा, उदासी और चिंता का कितना गहर असर पड़ता है।