Asteroid : हमारी पृथ्वी को हर रोज एस्टरॉयड्स (Asteroid) की चुनौती का सामना करना पड़ रहा है। ऐसा कोई दिन नहीं बीतता जब पृथ्वी के नजदीक से कोई ‘चट्टानी आफत' ना गुजरे। आज भी ऐसा ही होने वाला है। माइनरप्लैनेट सेंटर के
डेटा से पता चला है कि आज ‘Asteroid 1998 HH49' हमारी पृथ्वी के करीब से गुजरेगा। यह 600 फुट साइज का है और 11 लाख 73 हजार 412 किलोमीटर की दूरी से हमारे ग्रह को पार करेगा। अंतरिक्ष की विशालता के आगे यह दूरी मामूली है। इसीलिए अमेरिकी अंतरिक्ष एजेंसी नासा (Nasa) ने ‘एस्टरॉयड 1998 HH49' को पृथ्वी के लिए संभावित रूप से खतरनाक माना है।
दस्काईलाइव का डेटा बताता है कि एस्टरॉयड की खोज साल 1998 में हुई थी। यह आखिरी बार दिसंबर 2021 में पृथ्वी के करीब आया था। फिलहाल यह 53 हजार 233 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से हमारे ग्रह की तरफ बढ़ रहा है।
इस एस्टरॉयड के पृथ्वी से टकराने की संभावना नहीं है। हालांकि इसके आकार और दूरी को देखते हुए वैज्ञानिक एस्टरॉयड को तब तक मॉनिटर करते रहेंगे, जब तक यह पृथ्वी से दूर नहीं चला जाता। एस्टरॉयड हमारी पृथ्वी से टकरा जाए, तो बड़ी तबाही मचा सकता है। वैज्ञानिक मानते आए हैं कि करोड़ों साल पहले धरती से डायनासोरों का खात्मा एक एस्टरॉयड की टक्कर के बाद मचे विनाश से हुआ था।
अनुमान यह भी है कि Asteroid 1998 HH49 आने वाले वर्षों में हमारे ग्रह के करीब नहीं आएगा। यह अपोलो समूह के एस्टरॉयड्स से संबंधित है।
एस्टरॉयड्स को लघु ग्रह भी कहा जाता है। जिस प्रकार हमारे सौर मंडल के सभी ग्रह सूर्य का चक्कर लगाते हैं, उसी तरह एस्टरॉयड भी सूर्य की परिक्रमा करते हैं।वैज्ञानिक अभी तक 11 लाख 13 हजार 527 एस्टरॉयड का पता लगा चुके हैं।
ज्यादातर एस्टरॉयड एक मुख्य एस्टरॉयड बेल्ट में पाए जाते हैं, जो मंगल और बृहस्पति ग्रह के बीच है। इनका साइज 10 मीटर से 530 किलोमीटर तक हो सकता है।