पृथ्वी ने हाल में रिवर ब्रिज जितने बड़े एस्टरॉयड (Asteroid) का सामना किया है। धरती के करीब आतीं ये चट्टानी आफतें कई बार वैज्ञानिकों को चिंता में डालती हैं। एस्टरॉयड अपनी दिशा बदल ले और उसका फोकस पृथ्वी की ओर हो तो यह परेशानी वाली बात होती है। एस्टरॉयड के पृथ्वी से टकराने पर बड़ी तबाही हो सकती है। आज यानी मंगलवार को एक और एस्टरॉयड पृथ्वी के लिए चुनौती बन सकता है। (2022 WN4) नाम का एस्टरॉयड हमारे ग्रह के लिए संभावित रूप से खतरनाक की कैटिगरी में शामिल है।
नासा (Nasa) की जेट प्रोपल्शन लेबोरेटरी ने
बताया है कि एस्टरॉयड (2022 WN4) किसी बिल्डिंग जितना बड़ा है। इसका आकार 490 फुट हो सकता है। जब यह पृथ्वी के करीब आएगा, तब दोनों के बीच दूरी 41 लाख 40 हजार किलोमीटर रह जाएगी। यह एस्टरॉयड्स के अपोलो ग्रुप से ताल्लुक रखता है। वैज्ञानिक इस एस्टरॉयड की मॉनिटरिंग तब तक करेंगे, जबतक यह पृथ्वी से दूर नहीं चला जाता। इस एस्टरॉयड के पृथ्वी से टकराने की संभावना नहीं है।
माना जाता है कि करोड़ों साल पहले हमारी धरती से डायनासोरों का खात्मा एक एस्टरॉयड की टक्कर के बाद मचे विशान से हुआ था। ऐसे भी वाकये हुए हैं जब एस्टरॉयड के पृथ्वी के करीब आने का पता एकदम आखिर में चला, क्योंकि सूर्य की चकाचौंध में छुपे होने के कारण एस्टरॉयड, टेलिस्कोपों की पकड़ में आने से बचे रहे।
एस्टरॉयड को लघु ग्रह भी कहा जाता है। जैसे हमारे सौर मंडल के सभी ग्रह सूर्य का चक्कर लगाते हैं, उसी तरह एस्टरॉयड भी सूर्य की परिक्रमा करते हैं। लगभग 4.6 अरब साल पहले हमारे सौर मंडल के शुरुआती गठन से बचे हुए चट्टानी अवशेष हैं एस्टरॉयड। वैज्ञानिक अभी तक 11 लाख 13 हजार 527 एस्टरॉयड का पता लगा चुके हैं।