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927000Km दूर से ऐसा दिखा शनि ग्रह, पीछे जो चंद्रमा है, उसे भी जानिए

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  • 927000Km दूर से ऐसा दिखा शनि, पीछे जो चंद्रमा दिख रहा उसे भी जानिए
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    927000Km दूर से ऐसा दिखा शनि, पीछे जो चंद्रमा दिख रहा उसे भी जानिए

    अमेरिकी अंतरिक्ष एजेंसी नासा (Nasa) ने हमारे सौर मंडल के सबसे अनोखे ग्रहों में से एक शनि (Saturn) और उसके चंद्रमा मीमास (Mimas) की शानदार तस्‍वीर को शेयर किया है। नासा के अनुसार, इस तस्‍वीर को कैसिनी स्‍पेसक्राफ्ट ने कैप्‍चर किया, जब वह शनि ग्रह से 9 लाख 27 हजार किलोमीटर दूर था। श‍नि ग्रह पृथ्‍वी की तरह ही झुका हुआ है। क्‍या हैं इस ग्रह की बाकी खूबियां। आइए जानते हैं।
  • कैसिनी स्‍पेसक्राफ्ट ने कैसे खींची तस्‍वीर?
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    कैसिनी स्‍पेसक्राफ्ट ने कैसे खींची तस्‍वीर?

    नासा ने साल 1997 में कैसिनी (Cassini) को लॉन्‍च किया था। साल 2004 में कैसिनी, शनि की कक्षा में पहुंचा। तब से इसने यह मापने की कोशिश की है कि यह ग्रह अपने दिन की लेंथ तय करने के लिए कितनी तेजी से घूमता है। कैसिनी स्‍पेसक्राफ्ट में लगे लैंस ने जूम करते हुए यह फोटो कैप्‍चर की।
  • 2005 में शनि के सबसे बड़े चंद्रमा पर हुई थी लैंडिंग
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    2005 में शनि के सबसे बड़े चंद्रमा पर हुई थी लैंडिंग

    नासा के मुताबिक, कैसिनी स्‍पेसक्राफ्ट के साथ गए लैंडर प्रोब ‘ह्यूजेन्स' ने साल 2005 में शनि के सबसे बड़े चंद्रमा टाइटन पर लैंड करके इतिहास रचा था। वह सुदूर सौर मंडल में लैंड करने वाला पहला मान‍व निर्मित ऑब्‍जेक्‍ट था। तब से अबतक कैसिनी स्‍पेसक्राफ्ट और ‘ह्यूजेन्स' ने शनि ग्रह और उसके चंद्रमाओं के बारे में काफी जानकारी जुटाई है।
  • जीवन की तलाश में अहम साबित हो सकता है टाइटन
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    जीवन की तलाश में अहम साबित हो सकता है टाइटन

    नासा का कहना है कि कैसिनी स्‍पेसक्राफ्ट और लैंडर प्रोब ‘ह्यूजेन्स' ने शनि ग्रह और उसके चंद्रमा के बारे में काफी जानकारी जुटाई है। अब तक मिले आंकड़ों से पता चला है कि हमारे सौर मंडल में जीवन की खोज करने के लिए टाइटन सबसे अच्‍छी जगहों में से एक हो सकता है। नासा द्वारा शेयर की गई तस्‍वीर को लोग काफी पसंद कर रहे हैं। इंस्‍टाग्राम पर इसे 8 लाख से ज्‍यादा लाइक्‍स मिले हैं।
  • सौरमंडल का दूसरा सबसे बड़ा ग्रह है शनि
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    सौरमंडल का दूसरा सबसे बड़ा ग्रह है शनि

    शनि हमारे सौरमंडल का दूसरा सबसे बड़ा ग्रह है। इसने हमेशा वैज्ञानिकों और शौकिया खगोलविदों का ध्यान अपनी ओर खींचा है। शनि के चारों ओर लगे छल्लों को देखकर इसे आसानी से पहचाना जा सकता है। लेकिन इसकी एक और विशेषता है, ग्रह के चंद्रमा। इसी साल मई में कन्‍फर्म हुआ है कि शनि के 145 चंद्रमा हैं।
  • मीमास पर है वैज्ञानिकों की विशेष नजर
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    मीमास पर है वैज्ञानिकों की विशेष नजर

    शनि ग्रह की परिक्रमा करने वाले छोटे से चंद्रमा मीमास (Mimas) पर वैज्ञानिकों की विशेष नजर है। ऐसा अनुमान है कि मीमास की जमी हुई सतह के नीचे एक महासागर छिपा हो सकता है। यह रिसर्च इकारस जर्नल में प्रकाशित हुई है। कहा गया है कि मीमास की सतह के 14 से 20 मील नीचे पानी मौजूद हो सकता है। तस्‍वीरें- Nasa व अन्‍य से। पहली तस्‍वीर खबर से संबंधित, अन्‍य सांके‍तिक।
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