इस महीने की शुरुआत में एक बड़ी घटना हुई। अमेरिका ने अपने आसमान में एक विशाल गुब्बारे को मार गिराया। दावा किया कि वह चीन का जासूसी गुब्बारा था। इसके बाद अमेरिका और कनाडा के एयरस्पेस में तीन और ऐसे संभावित ऑब्जेक्ट्स दिखाई दिए। उन्हें भी अमेरिका ने ‘ढेर' कर दिया। अमेरिका के ऐक्शन के बाद दुनियाभर में चीन की अलोचना हुई, हालांकि चीन ने यह कहकर मामले को नया रुख देने की कोशिश की, कि उसके आसमान में भी एक ऑब्जेक्ट दिखाई दिया है, जिसे वह गिराने की तैयारी कर रहा है। इन घटनाओं ने एक बार फिर से अनआइडेंटिफाइड फ्लाइंग ऑब्जेक्ट्स यानी UFO पर चर्चा छेड़ दी है। इसके साथ-साथ एलियंस पर भी बात हो रही है। आज इसी मामले को समझने की कोशिश करते हैं।
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अब तक 4 ऑब्जेक्ट्स गिराए अमेरिका ने
बीते रविवार अमेरिका ने चौथे अनआइडेंटिफाइड ऑब्जेक्ट को मार गिराया। मीडिया रिपोर्टों के अनुसार, इस ऑब्जेक्ट को गिराने के पीछे दुनिया के सबसे ताकतवर देश की दलील थी कि उस ऑब्जेक्ट ने अमेरिका के संवेदनशील सैन्य स्थलों के पास उड़ान भरी थी, जिसका इस्तेमाल जासूसी के लिए किया जा सकता था। इससे पहले अलास्का और कनाडा में भी ऑब्जेक्ट्स गिराए गए थे। सबसे पहला ऑब्जेक्ट अमेरिका ने 4 फरवरी को मार गिराया था।
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क्या कहना है अमेरिका का
जिन ऑब्जेक्ट्स को अमेरिका ने मार गिराया, उन्हें दुनिया चीन के जासूसी गुब्बारे बता रही है। अब अमेरिका ने खुलासा किया है कि उसने कथित जासूसी गुब्बारे के मलबे को बरामद कर लिया है। न्यू यॉर्क टाइम्स की रिपोर्ट के अनुसार, यह मलबा अटलांटिक महासागर से मिला है। अमेरिका का दावा है कि मलबे में इलेक्ट्रॉनिक सेंसर मिले हैं, जो इस बात के संकेत हैं कि उसके इलाके की जासूसी की जा रही थी।
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चीन का क्या है पक्ष
अमेरिका ने सबसे पहले जिस ऑब्जेक्ट को मारकर गिराया, उसको लेकर चीन ने तीखी प्रतिक्रिया दी थी। ड्रैगन ने कहा था कि अमेरिका ने जिस विशाल गुब्बारे को जमींदोज किया, उसका इस्तेमाल मौसम से जुड़ी जानकारियां जुटाने के लिए किया जाता था। जाहिर है कि चीन ने अमेरिका की थ्योरी को खारिज कर दिया था।
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चीन में भी दिखा ऑब्जेक्ट, क्या वह UFO है?
अमेरिका और कनाडा में 4 फ्लाइंग ऑब्जेक्ट्स को गिराने के बाद चीन में भी ऐसा ऑब्जेक्ट दिखाई दिया है। चीन की सरकारी मीडिया ने शेडोंग प्रांत में एक अज्ञात ऑब्जेक्ट दिखाई देने की बात कही है। चीन की तैयारी इस आब्जेक्ट को मार गिराने की है। हालांकि चीन ने इसे किसी देश का जासूसी उपकरण नहीं कहा है, तो क्या वह UFO है? रिपोर्टों के अनुसार, जब तक उस ऑब्जेक्ट की पुष्टि नहीं होती, उसे UFO ही माना जाएगा। हालांकि एलियंस से इसका कोई कनेक्शन नहीं।
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एलियंस पर क्यों हो रही बात
आमतौर पर जब ऐसे ऑब्जेक्ट्स से जुड़ी खबरें सामने आती हैं, तो उसके साथ ही एलियंस की बात भी शुरू हो जाती है। बीते साल जब हैदराबाद के आसमान में एक गुब्बारा दिखाई दिया था, तो सबसे पहले लोगों के बीच एलियंस की अफवाह उड़ी। बाद में सामने आया कि वह गुब्बारा एक रिसर्च का हिस्सा था। तस्वीरें : रॉयटर्स, CBS न्यूज और unsplash से।