कोविड महामारी के दौरान बड़े पैमाने पर कंपनियों ने अपने कर्मचारियों को घर से काम करने की सुविधा दी और कुछ कंपनियों ने इस सुविधा को आज तक जारी रखा है। हालांकि, ज्यादातर कंपनियों ने अब अपने कर्मचारियों को ऑफिस आने का न्यौता देना शुरू कर दिया है, जिनमें से एक विप्रो (Wipro) भी है। पिछले साल कंपनी ने अपनी वर्क फ्रॉम होम पॉलिसी को खत्म कर दिया था, जिसके बाद से अब कर्मचारियों को ऑफिस बुलाया जा रहा है। अब, Wipro के चेयरमैन ने अपने एक बयान के जरिए यह स्पष्ट किया कि कर्मचारियों को अब घर से काम करने की आदत को छोड़ देना चाहिए।
सूचना प्रौद्योगिकी क्षेत्र की दिग्गज कंपनी Wipro के चेयरमैन रिशद प्रेमजी (Rishad Premji) ने बुधवार को मुंबई में हुए Nasscom इंडिया लीडरशिप फोरम (NTLF) में दिए एक बयान में कहा कि अब ज्यादा से ज्यादा कर्मचारियों को घर से काम करने के बजाय दफ्तर आकर काम करने की जरूरत है। उनका मानना है कि ऑफिस से काम करने से कर्मचारी आपस में जुड़ाव महसूस करेंगे।
फिलहाल Wipro समेत ज्यादातर आईटी कंपनियां अपने कर्मचारियों को हाइब्रिड सिस्टम के तहत काम करने को कह रही है, जिसमें उन्हें हफ्ते में कुछ दिन ऑफिस आने को कहा जा रहा है। विप्रो के साथ भी ऐसा ही है, जहां कंपनी ने होम पॉलिसी को हटाए जाने के बाद कर्मचारियों को हफ्ते में कम से कम 3 दिन ऑफिस से काम करने के लिए कहा था।
प्रेमजी ने सम्मेलन के दौरान कहा कि हाइब्रिड और वर्क फ्रॉम होम कल्चर ने उद्योग को "खराब" कर दिया है। इकोनॉमिक टाइम्स के
अनुसार, समिट में प्रेमजी ने कहा, (अनुवादित) "मैं एक बड़ा विश्वासी हूं कि हमें किसी भी रूप में वापस आना चाहिए और जुड़ना चाहिए क्योंकि इसमें एक अंतरंगता है, जो प्रौद्योगिकी के साथ अपूरणीय है।"
बता दें कि विप्रो ने पिछले साल अक्टूबर में वर्क फ्रॉम होम कल्चर को खत्म कर दिया था। उस दौरान कंपनी ने कर्मचारियों से हफ्ते में कम से कम 3 दिन ऑफिस से काम करने को कहा था। विप्रो ने कर्मचारियों को भेजे एक ईमेल में कहा था कि "10 अक्टूबर से भारत में विप्रो के कार्यालय सोमवार, मंगलवार, गुरुवार और शुक्रवार को खुले रहेंगे। हम बुधवार को खुले नहीं रहेंगे।"