Elon Musk (एलन मस्क) की इलेक्ट्रिक व्हीकल कंपनी टेस्ला (Tesla) भारत में अपनी इलेक्ट्रिक कार पेश करने की तैयारी कर चुकी है। हालांकि फिलहाल इस बात की जानकारी नहीं है कि कंपनी भारत में अपनी इलेक्ट्रिक कारों (Electric cars in India) को कब लॉन्च करेगी। लेकिन, इतना जरूर पता चल गया है कि अभी तक कंपनी की कुल कितने इलेक्ट्रिक व्हीकल्स को सरकार की मंजूरी मिल चुकी है। लेटेस्ट खबर के अनुसार, Tesla के भारतीय खेमे ने पहले से अप्रूवल ले चुके चार मॉडल में तीन को और जोड़ लिया है, जिसका मतलब है कि अभी तक Tesla की कुल सात इलेक्ट्रिक गाड़ियों (electric vehicles) को भारत में अप्रूवल (होमोलोगेशन सर्टिफिकेट) मिल चुका है।
Hindu BuisnessLine की
रिपोर्ट में जानकारी दी गई है कि सरकार द्वारा नियंत्रित विभाग ने Tesla की तीन गाड़ियों को होमोलोग्राम सर्टिफिकेट दिया है। इसके बाद अब टेस्ला के पास भारत के लिए सात गाड़ियों के लॉन्च की मंजूरी है। हालांकि, कंपनी ने फिलहाल इसकी जानकारी शेयर नहीं की है कि इनमें कौन-से मॉडल शामिल हैं। बता दें, पिछले कुछ महीनों में Tesla Model Y और Model 3 को भारतीय सड़कों पर दौड़ते देखा जा चुका है। इससे काफी हद तक यह अंदाज़ा लगाया जा सकता है कि कंपनी ने मॉडल वाई और मॉडल 3 इलेक्ट्रिक कार्स को भारत में लॉन्च करने की योजना बनाई हुई है।
जिन्हें नहीं पता उन्हें बता दें कि होमोलोगेशन सर्टिफिकेशन किसी विषेश मॉडल को तभी प्राप्त होता है, जब वो मॉडल सड़क योग्य साबित होता है और सरकार द्वारा निर्धारित सभी नियमों में पास होता है। भारत में वाहनों के होमोलोगेशन के लिए शिपिंग, रोड और परिवहन राजमार्ग मंत्रालय सभी की मंजूरी प्राप्त करनी जरूरी होती है।
जैसा कि हमने बताया, फिलहाल कंपनी ने अपनी इलेक्ट्रिक कार्स के लॉन्च की टाइमलाइन से पर्दा नहीं उठाया है। इसके अलावा, अभी तक यह भी साफ नहीं हुआ है कि Tesla भारत में किन मॉडल को पेश करने वाली है। पिछले कुछ महीनों में Model Y और Model 3 को
टेस्टिंग के दौरान स्पॉट किया जा चुका है।
Tesla Model Y AWD डुअल मोटर के साथ आती है और कंपनी का दावा है कि यह कार 0-96 किलोमीटर प्रतिघंटा की रफ्तार मात्र 4.8 सेकंड में पकड़ने में सक्षम है। कार की टॉप स्पीड 217 किलोमीटर प्रतिघंटा है और यह सिंगल चार्ज में 525 किलोमीटर चल सकती है। कार में हर तरफ कई कैमरा फिट किए गए हैं, जो आसपास (360 डिग्री) की लाइव फुटेज इंफोटेनमेंट सिस्टम में दिखाते हैं। इसमें 12 अल्ट्रासॉनिक सेंसर लगे हैं, जो आसपास की गाड़ियों को डिटेक्ट करते हैं और कार को टक्कर से बचाने का काम करते हैं। ये सेंसर ड्राइवर को पार्किंग में भी मदद करते हैं।