Facebook, Instagram, Whatsapp जैसे प्लेटफॉर्म्स की पेरेंट कंपनी Meta में एक बार फिर से छंटनी होने जा रही है। कंपनी की बड़ी पैमाने पर यह दूसरी छंटनी होगी जिसमें 4 हजार के लगभग कर्मचारी प्रभावित होंगे। मेटा उन कर्मचारियों की छंटनी करने जा रही है जो कंपनी के मुताबिक बहुत अच्छा परफॉर्म नहीं कर रहे हैं। ऐसे कर्मचारियों की छंटनी कर कंपनी उनकी जगह नए कर्मचारियों की भर्ती करने की योजना बना रही है।
Meta ने 2025 की शुरुआत में ही बड़ी छंटनी की घोषणा कर कर्मचारियों की नींद उड़ा दी है। मार्क जुकरबर्ग की कंपनी अपने वर्कफोर्स में से 3600 कर्मचारियों को कम करने जा रही है। इस छंटनी के माध्यम से 5% कर्मचारियों को कंपनी से बाहर कर दिया जाएगा।
रिपोर्ट के अनुसार, मंगलवार को कंपनी ने इसकी जानकारी दी है। कंपनी में सितंबर तक 72,400 कर्मचारी काम कर रहे थे। परफॉर्मेंस आधारित छंटनी को लेकर मार्क जुकरबर्ग ने कहा कि कंपनी सुनिश्चित करना चाहती है कि मेटा के अंदर सबसे मजबूत प्रतिभा मौजूद हो।
मेटा ऐसी पहली कंपनी नहीं है जो परफॉर्मेंस आधारित छंटनी करने जा रही है। अमेरिका की बड़ी कंपनियों में ऐसी छंटनी अक्सर देखने को मिलती रहती है। Microsoft ने भी इसी तरह की छंटनियां पिछले हफ्ते की हैं जिसमें कंपनी ने वर्कफोर्स के लगभग 1 प्रतिशत से कम हिस्से को कम कर दिया।
छंटनी से जुड़ी अन्य खबरों की बात करें तो Google भी बड़ी छंटनी की घोषणा हाल ही में कर चुकी है। इस छंटनी में बड़े पदों के अधिकारी शामिल होंगे। इनमें मैनिजिरीअल (Managerial) और डायरेक्टर्स (Directors) जैसे रोल शामिल होंगे। छंटनी में वाइस प्रेसिडेंट (Vice President) जैसे पद भी शामिल होंगे। कुल मिलाकर कंपनी 10% कर्मचारियों को कंपनी से हटाने की तैयारी कर रही है।
Google में यह छंटनी AI के क्षेत्र में बढ़ती प्रतिस्पर्धा के मद्देनजर की जा रही है। साथ ही कंपनी का मकसद एफिशिएंसी को दोगुना करना है। 10 प्रतिशत छंटनियों में से कुछ पदों को इंडिविजुअल कंट्रीब्यूटर रोल में ट्रांसफर कर दिया गया है। जबकि कुछ भूमिकाओं को कंपनी ने खत्म ही कर दिया है। रिपोर्ट के अनुसार, सीईओ सुंदर पिचाई ने एक सर्व-सम्मत बैठक में संकेत दिया था कि प्रबंधक, निदेशक और उपाध्यक्ष की भूमिकाओं में कटौती की जाएगी।