टेक्नोलॉजी को तेजी से अपनाने और 5जी की ओर बढ़ते हुए भारत में इंटरनेट यूजर्स में लगातार इजाफा हो रहा है। अब भारतीय इंटरनेट यूजर्स की संख्या 900 मिलियन यानी कि 90 करोड़ को पार करने वाली है, जिसका खुलासा गुरुवार को आई एक रिपोर्ट में हुआ है।भारत में एक्टिव इंटरनेट यूजर्स की संख्या 2024 में 886 मिलियन तक पहुंच गई है जो कि साल-दर-साल 8 प्रतिशत की ग्रोथ है।
इंटरनेट एंड मोबाइल एसोसिएशन ऑफ इंडिया (IAMAI) और KANTAR की
रिपोर्ट के अनुसार, 488 मिलियन यूजर्स के साथ ग्रामीण क्षेत्र इस ग्रोथ में सबसे आगे है और अब कुल इंटरनेट यूजर्स का 55 प्रतिशत हिस्सा बन गया है। लगभग सभी इंटरनेट यूजर्स यानी कि 98 प्रतिशत ने भारतीय भाषाओं में कंटेंट का उपयोग किया है, जिसमें तमिल, तेलुगु और मलयालम सबसे लोकप्रिय बनकर उभरी हैं। रिपोर्ट के अनुसार, आधे से अधिक यानी कि 57 प्रतिशत अर्बन (शहरी) इंटरनेट यूजर्स क्षेत्रीय भाषाओं में कंटेंट उपभोग करना पसंद करते हैं, जिससे सभी प्लेटफॉर्म पर क्षेत्रीय भाषाओं में कंटेंट की डिमांड बढ़ रही है। बीते साल में AI एक अहम गेम चेंजर के तौर पर उभर कर सामने आया है। 10 में से 9 इंटरनेट यूजर्स ने एम्बेडेड एआई कैपेसिटी वाले ऐप्स का उपयोग किया है।
इंटरनेट यूजर्स रोजाना औसतन 90 मिनट इंटरनेट उपयोग करने में बिता रहे हैं, जिसमें 95 प्रतिशत भारतीय यूजर्स 91 मिनट औसतन उपयोग करते हैं। शहरी यूजर्स 94 मिनट डेली औसत उपयोग के साथ ग्रामीण यूजर्स के 89 मिनट डेली औसतन उपयोग की तुलना में ज्यादा समय इंटरनेट पर व्यतीत कर रहे हैं। इंटरनेट यूजर्स के मामले में केरल 72 प्रतिशत के साथ टॉप पर है, वहीं गोवा 71 प्रतिशत के साथ दूसरे स्थान पर और महाराष्ट्र 70 प्रतिशत के साथ तीसरे नंबर पर है।
भारत में डिजिटल लिंग अंतर लगातार कम हो रहा है, देश में सभी इंटरनेट यूजर्स में से 47 प्रतिशत महिलाएं हैं जो कि अब तक सबसे अधिक है। ग्रामीण भारत में शेयरिंग डिवाइस यूजर्स में महिला इंटरनेट यूजर्स की संख्या अब 58 प्रतिशत है। रिपोर्ट में कहा गया है कि यह बीते कुछ वर्षों में डिजिटल एक्सेस को ज्यादा आसान बनाने में महत्वपूर्ण प्रगति का प्रतीक है।
इंटरनेट उपयोग के मामले में यूजर्स ग्रामीण और शहरी क्षेत्रों में मोबाइल का सबसे अधिक इस्तेमाल करते हैं। ओटीटी वीडियो और म्यूजिक स्ट्रीमिंग, ऑनलाइन कम्युनिकेशन और सोशल मीडिया इस्तेमाल समेत टॉप एक्टिविटीज के लिए ग्रामीण भारत ऑनलाइन पहुंच में आगे बढ़ रहा है। स्मार्ट टीवी और स्मार्ट स्पीकर जैसे डिवाइसेज अपनाने में शहरी भारत आगे है।