भारत में दिल्ली से मुंबई के बीच एक्सप्रेसवे का निर्माण तेज़ी से हो रहा है। नए दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेसवे से राष्ट्रीय राजधानी और आर्थिक राजधानी के बीच का सफर 24 घंटे की जगह मात्र 12 घंटे में पूरा होने की उम्मीद है। इसे कई चरणों में बनाया जा रहा है और इसके मार्च 2023 तक पूरी तरह से ऑपरेशनल होने की उम्मीद की जा रही है। वहीं, अब केंद्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी (Nitin Gadkari) ने दिल्ली से जयपुर तक इलेक्ट्रिक हाईवे (Delhi-Jaipur electric highway) के निर्माण की जानकारी दी है। हालांकि, यह योजना कोई नई नहीं है। मंत्रालय इस योजना के ऊपर पिछले कुछ वर्षों से काम कर रहा है।
केंद्रीय मंत्री ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस के जरिए दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेसवे (Delhi-Mumbai Expressway) के निर्माण को लेकर कई जरूरी जानकारियां साझा की। इसके साथ ही उन्होंने बताया कि मंत्रालय दिल्ली से जयपुर तक इलेक्ट्रिक हाईवे बनाने की योजना बना रहा है। बता दें, यह अभी भी एक प्रस्तावित परियोजना है और मंत्रालय इसके लिए एक विदेशी कंपनी के साथ बातचीत कर रहा है।
जैसा कि नाम से पता चलता है दिल्ली से जयपुर के बीच योजनाबद्ध यह इलेक्ट्रिक हाईवे इलेक्ट्रिक रेलवे इंजन की तरह बसों और ट्रकों को भी बिजली से चलाएगा। यदि आप अभी भी नहीं समझे हैं, तो बता दें कि जिस तरह रेलवे ट्रैक के ऊपर बिजली की तारें लगी होती हैं और रेल के इंजन के ऊपर लगे एंटीना इन तारों से जुड़ कर इंजन को पावर प्रदान करते हैं। कुछ इसी प्रकार यह हाईवे भी काम करेगा।
2016 में न्यूज़ एजेंसी PTI को दिए एक बयान में गडकरी ने कहा था कि भारत में जल्द ही एक 'इलेक्ट्रिक हाईवे' बन सकता है, जैसा कि स्वीडन में है। उस समय गडकरी ने कहा था कि उन्होंने ई-हाईवे के लिए स्वीडन के एंटरप्राइस एंड इनोवेशन मंत्री, मिकेल डैमबर्ग (Mikael Damberg) के साथ बातचीत की थी।