हैदराबाद साइबर क्राइम पुलिस ने स्कैम का शिकार हुए एक व्यक्ति को 39 लाख रुपये का अमाउंट वापस कर दिया है। बताया जा रहा है कि 34 वर्षिय व्यक्ति को कुछ समय पहले स्कैम किया गया था, जहां उसे झांसा देकर विभिन्न बैंक अकाउंट में कुल 78.70 लाख रुपये ट्रांसफर कराए गए थे। इस
डिजिटल फ्रॉड का शिकार हुए व्यक्ति ने साइबर क्राइम पुलिस के पास शिकायत दर्ज कराई थी, जिसके बाद पुलिस इन धोखाधड़ी करने वालों से करीब 39 लाख रुपये वसूलने में कामयाब रही है।
हैदराबाद टाइम्स की
रिपोर्ट के मुताबिक, हैदराबाद साइबर क्राइम पुलिस ने स्टॉक ट्रेडिंग धोखाधड़ी का शिकार हुए एक व्यकित के 39 लाख रुपये वापस दिलाने में मदद की है। पीड़ित को बेरोजगार बताया जा रहा है, जिसने फ्रॉड करने वालों द्वारा उपलब्ध कराए गए विभिन्न बैंक अकाउंट में कुल 78.70 लाख रुपये ट्रांसफर किए थे। फ्रॉड करने वालों ने व्यक्ति को आसानी से पैसा कमाने का लालच दिया था और पीड़ित ने किश्तों में पैसे जमा किए। हालांकि, तब उस व्यक्ति को अहसास हो गया कि उसके साथ फ्रॉड हुआ है, जब वह पैसा निकालने में सक्षम नहीं था।
पीढ़ित ने इस मामले में शिकायत दर्ज कराई, जिसके आधार पर साइबर क्राइम पुलिस ने जांच शुरू की। रिपोर्ट में आगे बताया गया है कि बैंक अधिकारियों को नोटिस भेजे गए और धोखाधड़ी की रकम को जब्त करने के लिए कार्रवाई की गई। शिकायतकर्ता को भी धोखाधड़ी वाले अकाउंट में रखी गई राशि की वापसी के लिए अदालत में याचिका दायर करने के लिए कहा गया था।
आजकल इस तरह की घटनाएं बहुत तेजी से बढ़ रही है, जहां जॉब या ट्रेडिंग के जरिए जल्दी पैसे कमाने के लिए नकली ऐप्स को डाउनलोड कराया जाता है या Telegram या WhatsApp के जरिए चैट कर व्यक्ति को फंसाया जाता है और उससे लाखों रुपये ठगे जाते हैं। इसी तरह UPI और OTP स्कैम भी बढ़ रहा है, जिसके लिए सरकार लगातार लोगों को जागरुक कर रही है और सतर्क रहने के लिए कह रही है।
बता दें कि पिछले कुछ वर्षों में ऑनलाइन पेमेंट्स का दायरा तेजी से बढ़ा है। इसी साल मई में यूनिफाइड पेमेंट्स इंटरफेस (UPI)
ट्रांजैक्शंस ने रिकॉर्ड बनाया था, जिसमें 14.04 अरब UPI ट्रांजैक्शंस हुई, जिनकी वैल्यू लगभग 20.45 लाख करोड़ डॉलर थी। वहीं, भारत की राष्ट्रीय साइबर सुरक्षा एजेंसी, CERT-In ने देश में तेजी बढ़ रहे
OTP फ्रॉड के चलते लोगों के लिए एक जरूरी सलाह जारी की थी। इसमें लोगों को OTP (वन-टाइम पासवर्ड) फ्रॉड से किस तरह बचना है, इसकी जानकारी दी गई थी। डिजिटल पेमेंट तेजी से आम होने के साथ, स्कैमर्स ने लोगों को OTP उनके साथ शेयर करने के लिए धोखा देने वाले कई अतरंगी पैंतरे तैयार किए हैं, जिससे लोगों को लाखों रुपये तक का नुकसान झेलना पड़ रहा है।