अमेरिकी मीडिया ने बताया कि एक हैकर ने जनवरी में सैन फ्रांसिस्को खाड़ी क्षेत्र में एक वाटर ट्रीटमेंट प्लांट में तकनीकी सेंध लगा ली थी और जल उपचार के लिए बनाए गए प्रोग्राम्स को डिलीट कर दिया था। एक अमेरिकी फैसिलिटी पर नवीनतम साइबर हमले में हैकर ने 15 जनवरी को यह सेंध लगाई। जिसमें उसने सिस्टम में लॉग-इन करने के लिए एक पूर्व कर्मचारी के यूजरनेम और पासवर्ड का उपयोग किया और सेटिंग्स को बदल दिया। अगले दिन सुरक्षा में सेंध का पता चला और कैलिफोर्निया फैसिलिटी ने प्रोटोकॉल को बदल दिया और प्रोग्राम्स को दोबारा से इन्सटॉल किया।
NBC ने
बताया कि हैकर, जिसका नाम और मकसद अभी तक पता नहीं लग पाया है, ने उस क्षेत्र के पानी में "जहर" देने की कोशिश की जो सिलिकॉन वैली के करीब है। यह क्षेत्र हाई टेक्नोलॉजी और सॉफ्टवेयर इनोवेशन का वैश्विक केंद्र है। इसने फरवरी में क्षेत्रीय खुफिया केंद्र द्वारा तैयार की गई एक निजी रिपोर्ट का हवाला दिया। रिपोर्ट ने फैसिलिटी की पहचान नहीं की।
केंद्र के कार्यकारी निदेशक माइकल सीना ने हैकिंग की घटना की पुष्टि की। मगर फैसिलिटी में जहर देने के प्रयास के दावे पर उनका मतभेद रहा।
The San Francisco Chronicle को उन्होंने बताया, "किसी ने हमारे किसी भी पानी में जहर देने की कोशिश नहीं की। यह सही नहीं है।"
हैकर ने कथित तौर पर वाटर ट्रीटमेंट प्लांट के सिस्टम तक पहुंच हासिल करने के लिए पूर्व कर्मचारी के TeamViewer अकाउंट के विवरण का इस्तेमाल किया। TeamViewer एक व्यक्ति को दूरस्थ रूप से किसी अन्य व्यक्ति के कंप्यूटर और अन्य गैजेट्स तक पहुंचने की अनुमति देता है। इस प्रोग्राम ने बहुत लोकप्रियता हासिल की है और महामारी के दौरान घर से काम करने वाले कर्मचारियों द्वारा इसका व्यापक रूप से उपयोग किया जाता है।
फरवरी में एक हैकर ने फ्लोरिडा में एक अन्य वाटर ट्रीटमेंट फैसिलिटी का नियंत्रण अपने हाथ में लेने की कोशिश की थी। उस घटना में भी हैकर की फैसिलिटी से जुड़े एक TeamViewer अकाउंट तक पहुंच थी। वह पीने के पानी में लाइ, (lye), सोडियम या पोटाशियम हाइड्रोक्साइड का मिश्रण, के स्तर को जहरीले स्तर तक बढ़ाने में कामयाब रहा। एक कर्मचारी ने अपने आप चलते हुए कंप्यूटर के माउस कर्सर को पकड़ लिया और एक बहुत बड़ी आपदा को आने से रोक दिया। स्थानीय अधिकारियों ने बताया कि हैकर की पहुंच सिस्टम में लगभग 4 या 5 मिनट तक रही थी।