वायु प्रदूषण (Air Pollution) ने दिल्ली-एनसीआर का ‘दम' निकाल दिया है। दिल्ली, गुरुग्राम, नोएडा, ग्रेटर नोएडा, गाजियाबाद और फरीदाबाद में एयर क्वॉलिटी इंडेक्स (AQI) 400 के ऊपर बना हुआ है। कई इलाकों में तो यह 500 के भी पार चला गया है। प्रदूषण की आपात स्थिति ने एक-दूसरे पर आरोप लगा रही राज्य सरकारों को सख्त कदम उठाने पर मजबूर किया है। दिल्ली में प्राइमरी स्कूलों को अगले आदेश तक बंद रखने को कहा गया है। नोएडा में 8वीं तक के स्कूल 8 नवंबर तक बंद रहेंगे। दिल्ली सरकार के 50 फीसदी कर्मचारी वर्क फ्रॉम होम करेंगे। ऐसा ही सुझाव प्राइवेट कंपनियों के लिए भी दिया गया है। दिल्ली में ऑड-ईवन लागू करने पर भी विचार चल रहा है। हालात बेहतर नहीं हुए, तो ऑड-ईवन फॉर्म्युला को शुरू किया जा सकता है।
वायु गुणवत्ता की बात करें, तो दिल्ली का ओवरऑल AQI दोहपर 3 बजे 437 पर है। सफर का यह आंकड़ा बताता है कि राजधानी में
प्रदूषण ‘गंभीर' स्थिति में है। दिल्ली में ग्रैप यानी ग्रेडेड रेस्पॉन्स ऐक्शन प्लान का चौथा चरण लागू होने के बाद स्कूलों को बंद किया गया है। दिल्ली के पर्यावरण मंत्री गोपाल राय ने कहा है कि राजधानी में ट्रकों पर रोक रहेगी। सिर्फ जरूरी सेवाओं से जुड़े ट्रकों को ही आने दिया जाएगा। CNG और इलेक्ट्रिक वीकल्स पर बैन नहीं होगा। गाड़ियों को ईस्टर्न पेरिफेरल एक्सप्रेस-वे से डायवर्ट करने के लिए दिल्ली सरकार यूपी व हरियाणा सरकार को पत्र लिखने जा रही है।
प्राइवेट कंपनियों को सुझाव दिया गया है कि कर्मचारियों से वर्क फ्रॉम होम कराएं। दिल्ली सरकार के 50 फीसदी कर्मचारी वर्क फ्रॉम होम करेंगे। दिल्ली के प्रदूषण की बात करें, तो सफर का ऐप बताता है कि दोपहर 3.30 बजे दिल्ली का धीरपुर इलाका सबसे प्रदूषित है। वहां AQI 533 पर पहुंच गया है। एनसीआर के शहरों की बात करें, तो गुरुग्राम में प्रदूषण भयानक हो चुका है। AQI 503 है। नोएडा की स्थिति और खराब है, वहां AQI 526 तक पहुंच गया है।
हवा में घुले ‘जहर' से लोग परेशान हो रहे हैं। लोगों को सांस लेने में तकलीफ समेत गले में खराश, खांसी आदि परेशानियां हो रही हैं। बच्चों पर प्रदूषण का ज्यादा असर होता है। यही वजह है कि दिल्ली में भी स्कूलों को बंद करने का आदेश अब दिया गया है।