रूह अफज़ा नाम आपने सुना ही होगा और यदि नहीं सुना है, तो आपको बता दें कि दशकों से हमदर्द का रूह अफज़ा (Hamdard Rooh Afza) भारतीयों का पसंदीदा शरबत रहा है। हमदर्द इस ब्रांड नेम से सालाना 200 करोड़ से ज्यादा की कमाई करती है। इससे आप अंदाजा लगा सकते हैं कि यह शरबत किस कदर बिकती होगी। जाहिर है इतनी पॉपुलर ड्रिंक की पाइरेसी भी होती होगी। ऐसा ही एक लेटेस्ट वाकिया सामने आया है, जहां रूह आफजा नाम से भारत में एक पाकिस्तानी शरबत बेचा जा रहा है। अब, दिल्ली हाईकोर्ट ने ई-कॉमर्स प्लेटफॉम Amazon पर रिटेलर्स को 'रूह अफजा' ब्रांड के तहत पाकिस्तान में बने शरबत को बेचने पर रोक लगा दी है।
NDTV के
अनुसार, अदालत का फैसला हमदर्द नेशनल फाउंडेशन (इंडिया) द्वारा की गई एक शिकायत के बाद आया, जहां कंपनी ने पाकिस्तान में निर्मित शरबत भारत में कंपनी के ब्रांड नेम से बेचे जाने का दावा किया था। बता दें कि 'Rooh Afza' भारत में Hamdard कंपनी के स्वामित्व वाला ब्रांड है।
हाईकोर्ट ने हमदर्द के पक्ष में फैसला सुनाया है, जिसने 1907 में 'रूह अफज़ा' ट्रेडमार्क को जारी किया था। कंपनी इस ब्रांड नेम के तहत सालाना 200 करोड़ रुपये से अधिक के प्रोडक्ट बेचती है।
रिपोर्ट बताती है कि न्यायमूर्ति प्रतिभा सिंह ने यह भी कहा कि यदि वादी (हमदर्द) के 'रूह अफजा' ट्रेडमार्क का उल्लंघन करने वाला कोई अन्य मामला पाया जाता है, तो इसे अमेजन इंडिया के संज्ञान में लाया जाएगा और इसे सूचना प्रौद्योगिकी (मध्यवर्ती दिशानिर्देश एवं डिजिटल मीडिया आचार संहिता) कानून के अनुसार हटा दिया जाएगा।
हमदर्द नेशनल फाउंडेशन (इंडिया) और हमदर्द दवाखाना ने दावा किया था कि गोल्डन लीफ नाम की एक कंपनी अमेजन इंडिया पर 'रूह अफज़ा' ट्रेडमार्क के तहत अपने प्रोडक्ट बेच रही थी। इसके अलावा, यह भी बताया गया कि उनके द्वारा तीन रिटेलर्स से अमेजन प्लेटफॉर्म के जरिए तीन खरीदारी की गई और सभी प्रोडक्ट का निर्माण हमदर्द लैबोरेटरीज (वक्फ) पाकिस्तान द्वारा किया गया था।