क्रिप्टोकरेंसी मार्केट की नैया अनिश्चितताओं के भंवर में लगातार डावांडोल हो रही है। बीते कई दिनों से डिजिटल मुद्रा की उठती गिरती कीमतों ने निवेशकों के लिए मुश्किलें और अधिक बढा दी हैं। जिसकी वजह से उन्हें चुनौतीपूर्ण हालातों का सामना करना पड़ रहा है। कुछ निवेशक दिवालिया होने की कगार पर पहुंच चुके हैं। बीते सप्ताह हुए नुकसान की बात करें तो क्रिप्टो बाजार में यह नुकसान $830 बिलियन रहा जो कि एक रिकॉर्ड गिरावट है। सोमवार सुबह तक क्रिप्टोकरेंसी की कुल मार्केट कैपिटल $1.49 ट्रिलियन थी। इसी बीच एक राहत की खबर ये भी है कि जहां कुछ करेंसी लगातार गिरावट दर्ज कर रही हैं वहीं पर कुछ करंसी निवेशकों के लिए राहत की सांस भी दे रही हैं।
हालांकि विश्व की दो सबसे बड़ी करंसी बिटकॉइन और इथेरियम की कीमतें भी ऊपर नीचे हो रही हैं मगर साल की शुरूआत से अब तक इनमें जबरदस्त बढोत्तरी देखी गई। यही कारण है कि अभी भी ये दोनों करेंसी निवेशकों के लिए फायदे का सौदा साबित हो रही हैं।
कुल मिलाकर अब तक क्रिप्टोकरेंसी बाजार में 60 प्रतिशत तक की गिरावट आ चुकी है। साल की सबसे बड़ी गिरावट देखने के बाद बिटकॉइन की कीमत में हल्का सुधार देखने को मिला है। जनवरी से अब तक की यह अपनी सबसे निचली कीमत $30,000 पर ट्रेड कर रही थी जो कि अब कुछ सुधार के साथ $37,000 पर ट्रेड कर रही है। बीते शुक्रवार को बिटकॉइन और इथेरियम की कीमतों में एक दिन की सबसे बड़ी गिरावट देखी गई। यह गिरावट मार्च 2020 के बाद की सबसे बड़ी गिरावट थी।
खबर लिखने तक बिटकॉइन की कीमत (
Bitcoin Price in India) लगभग 27.98 लाख रुपये थी। वहीं, इथेरियम की कीमत (
Ethereum Price in India) 1.88 लाख रुपये थी। मीम आधारित क्रिप्टोकरंसी डॉजकॉइन की कीमत (
Dogecoin Price in India) 26 रुपये के करीब थी। इसी कड़ी में लाइटकॉइन की कीमत (
Litecoin Price in India) 13 हजार के करीब थी।
ज्ञात हो कि बीते सप्ताह चीन ने क्रिप्टोकरेंसी के लेने देन पर रोक लगा दी थी। आदेश जारी करते हुए विश्व की सबसे बड़ी अर्थव्यवस्थाओं में से एक चीन ने कहा था कि वह अपने वित्तीय संस्थानों और पेमेंट कंपनियों के क्रिप्टोकरेंसी के द्वारा किसी भी प्रकार के लेन देन या संबंधित सेवाएं देने पर प्रतिबंध लगाती है। उसके बाद से बिटकॉइन की कीमतों में भारी गिरावट देखी गई थी। हालांकि बाद में मार्केट ने ऊपर चढ़ना शुरू कर दिया।
वहीं चीन के क्रिप्टोकरंसी पर प्रतिबंध लगाने से पहले इलेक्ट्रिक कार बनाने वाली कंपनी टेस्ला के मालिक ऐलन मस्क ने एक बयान में कहा कि वह अब टेस्ला में कार की खरीद के लिए बिटकॉइन को पेमेंट के रूप में स्वीकार नहीं करेंगे। इस निर्णय के बाद से ही बिटकॉइन की कीमतों में गिरावट आनी शुरू हो चुकी थी। मगर फिलहाल इस डिजिटल मुद्रा के बाजार में थोड़े सुधार के साथ निवेशकों को कुछ उम्मीद बंधती हुई नजर आ रही है।