चीनी हैकर्स ने कोविड-19 वैक्सीन (Covid-19 Vaccine) बनाने वाली दो भारतीय कंपनियों का डेटा चुराने की कोशिश की है। एक रिपोर्ट का दावा है कि हैकर्स ने भारत बायोटेक (Bharat Biotech) और सीरम इंस्टिट्यूट ऑफ इंडिया (Serum Institute of India) के डेटा पर सेंध लगाने की कोशिश की है। हैकिंग की कोशिश करने वाले इस APT10 ग्रुप का नाम स्टोन पांडा (Stone Panda) है और ये कथित तौर पर इन दोनों कंपनियों की सप्लाई चेन को ब्रेक करने और इंटलेक्चुअल प्रॉपर्टी यानी फॉर्मुले को चुराने का इरादा रखते थे। बता दें कि 2018 में, अमेरिका के डिपार्टमेंट ऑफ जस्टिस द्वारा जारी की गई एक रिपोर्ट में इस ग्रुप को चीन की मिनिस्ट्री ऑफ स्टेट सिक्योरिटी का सहयोगी बताया गया था।
न्यूज एजेंसी रॉयटर्स (Reuters) की
रिपोर्ट है कि भारत में वैक्सीन बनाने वाली दो मुख्य कंपनी भारत बायोटेक और सीरम इंस्टिट्यूट के बेहद जरूरी डेटा पर सेंध लगाने की कोशिश की गई है। इसे अंजाम देने की कोशिश करने वाला चीनी हैकिंग ग्रुप APT10 था, जिसे Stone Panda के नाम से जाना जाता है। साइबर सिक्योरिटी कंपनी Cyfirma के रिसर्चर्स ने पता लगाया है कि चीनी हैकिंग ग्रुप द्वारा हेल्थकेयर कंपनियों को टार्गेट किया जा रहा है। रिपोर्ट में दी गई जानकारी के मुताबिक, हैकर्स द्वारा किए गए इन साइबर अटैक का मकसद दोनों कंपनियों की सप्लाई चेन को ब्रेक करना था। इसके लिए ग्रुप आईटी इंफ्रास्ट्रक्चर और सप्लाई चेन सॉफ्टवेयर में शामिल कमियों की तलाश में थे।
Cyfirma के मुख्य कार्यकारी कुमार रितेश (Kumar Ritesh) ने रॉयटर्स को बताया कि APT10 लगातार SII (सीरम इंस्टिट्यूट ऑफ इंडिया) पर साइबर हमले कर रहा है, जिससे हैकर्स भारतीय फार्मास्युटिकल कंपनियों की सप्लाई चेन को प्रभावित कर सके और उनसे आगे निकल सके।
इस मामले में चीनी दूतावास का कहना है कि चीन साइबर सेफ्टी के लिए प्रतिबद्ध है और वो ऐसे किसी भी साइबर अटैक का विरोध करता है।
जैसा कि हमने बताया, अमेरिकी न्याय विभाग ने 2018 में
कहा था कि APT10 ने चीनी सुरक्षा मंत्रालय के साथ मिलकर काम किया था। माइक्रोसॉफ्ट ने नवंबर में
कहा था कि उसने भारत, कनाडा, फ्रांस, दक्षिण कोरिया और अमेरिका में COVID-19 वैक्सीन कंपनियों को टार्गेट करने वाले रूसी और उत्तर कोरियाई साइबर अटैक्स का पता लगाया था।
भारत इस समय दुनिया की 60 प्रतिशत कोविड-19 वैक्सीन का उत्पादन कर रहा है। भारतीय हेल्थकेयर कंपनी सीरम इंस्टिट्यूट भारत के लिए कोविशिल्ड (Covishield) वैक्सीन का उत्पादन कर रही है और साथ ही यह ब्रिटिश दवा निर्माता कंपनी के साथ मिलकर कई देशों के लिए ऐस्ट्राजेनेका (AstraZeneca) वैक्सीन का उत्पादन भी कर रही है। इतना ही नहीं, SII आने वाले समय में नोवावैक्स (Novavax) वैक्सीन का भी बड़े पैमाने पर उत्पादन करेगी।