सार्वजनिक क्षेत्र की दूरसंचार सेवा प्रदाता कंपनी भारत संचार निगम लिमिटेड (बीएसएनएल) ने सोमवार को कहा कि उसने अपने लैंडलाइन ब्रॉडबैंड की रफ्तार बढ़ाकर कम से कम दो एमबीपीएस करने का फैसला किया है। केंद्रीय संचार और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्री रवि शंकर प्रसाद ने नई योजना पेश की।
केंद्र सरकार की डिजिटल इंडिया पहल को ध्यान में रखते हुए कंपनी ने नई योजना पेश की है।
प्रसाद ने कहा कि बीएसएनएल प्राकृतिक आपदाओं के समय भी बेहतर सेवा देता है और जम्मू एवं कश्मीर में आई बाढ़, नेपाल में आए भूकंप और आंध्र प्रदेश में आए तूफान के समय कंपनी ने अपनी सेवा की गुणवत्ता साबित की है।
प्रसाद ने कहा कि वह अटल बिहारी वाजपेयी सरकार के दिनों में भी संचार मंत्री थे। 2004 में तत्कालीन सरकार का कार्यकाल समाप्त होते वक्त कंपनी 10 हजार करोड़ रुपये लाभ में थी।
उन्होंने कहा कि वह अभी भी उसी भूमिका में फिर से आए हैं और आज कंपनी 8,000 रुपये घाटे में है। उन्होंने कंपनी को बेहतर विपणन करने का सुझाव दिया।
यह बदलाव पूरे देश में कंपनी के सभी ग्राहकों के लिए होगा और एक अक्टूबर से प्रभावी होगा और इसके लिए कोई अतिरिक्त शुल्क नहीं लिया जाएगा।
कंपनी एक जीबी मुफ्त ई-मेल बॉक्स की भी सुविधा देगी, जो अभी 50 एमबी है। बीएसएनएल ने अपने बयान में कहा कि रफ्तार में वृद्धि सभी मौजूदा और नए ग्राहकों के लिए की जाएगी। इस योजना के तहत कंपनी अपनी 512 केबीपीएस और एक एमबीपीएस वाली योजनाओं की रफ्तार बढ़ाकर दो एमबीपीएस करेगी।
बीएसएनएल ने 2005 में अपने लैंडलाइन पर ब्रॉडबैंड सेवा लॉन्च की थी। तब इसकी न्यूनतम रफ्तार 256 केबीपीएस थी।
बयान में कहा गया है, "इस अपग्रेडेशन से कम किराया श्रेणी में भी ग्राहकों को इंटरनेट सर्फ करने में बेहतर अनुभव मिलेगा और वे लाइव वीडियो स्ट्रीमिंग का अधिक मजा ले पाएंगे। इस योजना से नए ग्राहक भी सस्ती दर पर बीएसएनएल ब्रॉडबैंड की सेवा ले पाएंगे।"
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