फ्रांस देश जितना बड़ा बर्फ का टुकड़ा समुद्र की ओर बढ़ रहा, है तबाही की आहट?

शोध टीम ने इस बात पर जोर दिया कि बर्फ में लगने वाले झटके, और  फ्रैक्चर आइस शेल्फ में प्राकृतिक रूप से होने वाली घटनाए हैं।

विज्ञापन
Written by हेमन्त कुमार, अपडेटेड: 22 अप्रैल 2024 10:12 IST
ख़ास बातें
  • ग्लेशियर समुद्र की ओर बहते हैं, आइस शेल्फ इसे कंट्रोल में बनाए रखते हैं।
  • आइस शेल्फ कमजोर पड़कर भागों में टूट जाता है तो इसका नतीजा बुरा होगा।
  • अगर तेजी से बर्फ पिघली तो यह समुद्र के जल स्तर को तेजी से बढ़ाएगी।

आमतौर पर सभी ग्लेशियर एक निर्धारित गति के साथ आगे बढ़ते हैं।

ग्लोबल वार्मिंग धरती के लिए विनाशकारी हालात पैदा कर रही है। धरती का लगातार बढ़ता तापमान ध्रुवों पर जमी बर्फ पर गहरा प्रभाव डाल रहा है। शोधकर्ताओं ने अब अंटार्कटिका में ऐसी घटना देखी है जो दिल दहला देने वाली है। शोधकर्ताओं का कहना है कि अंटार्कटिका में फ्रांस देश जितना बड़ा बर्फ का टुकड़ा जिसे Ross Ice Shelf कहते हैं, दिन में एक या दो बार कई सेंटीमीटर आगे खिसक रहा है। शोधकर्ता कह रहे हैं कि Ross Ice Shelf में यह गति Whillans Ice Stream द्वारा पैदा की गई है। यह बर्फ की एक तेज़ बहने वाली नदी है जो कभी-कभी अटक जाती है और फिर आगे बढ़ने लगती है। 
ताजा खोज आइस शेल्फ की गतिशीलता पर नई रोशनी डालती है, और इसके एक ऐसे पहलू को उजागर करती है, जो इससे पहले अज्ञात था। क्लाइमेट चेंज के चलते अब Ross Ice Shelf के लम्बे समय तक स्थिर बने रहने की बात पर सवाल खड़ा हो जाता है। इस शोध को Geophysical Research Letters में प्रकाशित किया गया है। 

आमतौर पर सभी ग्लेशियर एक निर्धारित गति के साथ आगे बढ़ते हैं। लेकिन व्हीलेंस आईस स्ट्रीम स्टॉप-एंड-गो मोशन पर चलता है। इसके नीचे पानी की कमी होने के चलते यह अटक जाता है। फिर जब बहुत ज्यादा दबाव इकट्ठा हो जाता है तो यह एकदम से फूट पड़ता है और फिर आगे बढ़ता है। यह प्रक्रिया कुछ ऐसे ही है जैसे भूकंप में झटके लगते हैं, इसी तरह ये झटके Ross Ice Shelf को आगे धक्का दे देते हैं। 

स्टडी के अनुसार इस तरह के झटके रॉस आइस शेल्फ को कमजोर बना सकते हैं। आइस शेल्फ, ग्लेशियर के बहाव में एक अवरोध का काम करते हैं। ग्लेशियर समुद्र की ओर बहते हैं, और आइस शेल्फ इसे कंट्रोल में बनाए रखते हैं। लेकिन अगर रॉस आइस शेल्फ कमजोर पड़कर भागों में टूट जाता है तो इसका नतीजा बर्फ पिघलने की गति में तेजी के रूप में सामने आ सकता है। अगर तेजी से बर्फ पिघली तो यह समुद्र के जल स्तर को तेजी से बढ़ाएगी। 

शोध टीम ने इस बात पर जोर दिया कि बर्फ में लगने वाले झटके, और  फ्रैक्चर आइस शेल्फ में प्राकृतिक रूप से होने वाली घटनाए हैं। फिर भी शोधकर्ता इसके अंदर हो रही इस गतिविधि पर बारीकी से नजर रखेंगे कि कहीं यह टूट तो नहीं रहा। क्योंकि इससे पहले भी छोटे आइस शेल्फ के साथ यह घटित हो चुका है। नई स्टडी अंटार्कटिक आइस शेल्फ की गतिशील और पेचीदा प्रकृति को उजागर करती है। यह इस दिशा में शोध को और आगे बढ़ाने में बहुत महत्वपूर्ण साबित होगी। 
 

लेटेस्ट टेक न्यूज़, स्मार्टफोन रिव्यू और लोकप्रिय मोबाइल पर मिलने वाले एक्सक्लूसिव ऑफर के लिए गैजेट्स 360 एंड्रॉयड ऐप डाउनलोड करें और हमें गूगल समाचार पर फॉलो करें।

हेमन्त कुमार Gadgets 360 में सीनियर ...और भी

Advertisement
Popular Brands
#ट्रेंडिंग टेक न्यूज़
  1. Happy Ganesh Chaturthi 2025: वॉट्सऐप पर खास स्टिकर्स से दें सभी को बधाई, ये है आसान तरीका
  2. Vivo T4 Pro vs Oppo K13 Turbo vs Samsung Galaxy A55: देखिए कंपेरिजन, कौन सा है बेहतर
  3. Samsung जल्द लॉन्च करेगी Galaxy Tab A11 LTE, 5,000mAh हो सकती है बैटरी
#ताज़ा ख़बरें
  1. iPhone 17 लॉन्च इवेंट Apple करेगा 9 सितंबर को आयोजित, जानें सबकुछApple iPhone 17
  2. Happy Ganesh Chaturthi 2025: वॉट्सऐप पर खास स्टिकर्स से दें सभी को बधाई, ये है आसान तरीका
  3. Vivo T4 Pro vs Oppo K13 Turbo vs Samsung Galaxy A55: देखिए कंपेरिजन, कौन सा है बेहतर
  4. 50MP कैमरा, 5000mAh बैटरी वाला Samsung फोन मात्र 8000 से भी सस्ता मिल रहा
  5. Samsung जल्द लॉन्च करेगी Galaxy Tab A11 LTE, 5,000mAh हो सकती है बैटरी
  6. Samsung की Galaxy S25 FE के लॉन्च की तैयारी, मिल सकती है ट्रिपल रियर कैमरा यूनिट
  7. ऑनलाइन मनी गेमिंग पर बैन के बाद गेमिंग फर्मों ने बनाई एसोसिएशन
  8. Samsung के इन 2 स्मार्टफोन मॉडल्स पर फ्री में बदलेगी स्क्रीन, अगर फोन में...
  9. भारत में Apple का चौथा रिटेल आउटलेट अगले महीने पुणे में खुलेगा
  10. Blaupunkt Mini LED TV हुए भारत में लॉन्च: 75-इंच तक साइज, गेमिंग फीचर्स और 108W साउंड, जानें कीमत
Download Our Apps
Available in Hindi
© Copyright Red Pixels Ventures Limited 2025. All rights reserved.