गुरुवार को 69वें राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कारों में 'द कश्मीर फाइल्स' (
The Kashmir Files) को राष्ट्रीय एकता पर सर्वश्रेष्ठ फीचर फिल्म के लिए नरगिस दत्त पुरस्कार से सम्मानित किए जाने की घोषणा की गई। विवेक अग्निहोत्री की विवादास्पद फिल्म को यह अवॉर्ड मिलने के बाद अब देशभर में बहस छिड़ने की उम्मीद है, क्योंकि रिलीज के पहले से ही फिल्म को किसी न किसी वजह से विवादों और आलोचनाओं में घिरा पाया गया है। पिछले साल मार्च में रिलीज हुई इस फिल्म में 1990 के दशक में कश्मीर में कश्मीरी पंडितों के विस्थापन को दर्शाया गया है। हालांकि, केंद्र सरकार के राजनेताओं और राज्य सरकारों द्वारा फिल्म को जबरदस्त सपोर्ट मिलने के बाद इसे प्रोपेगेंडा फिल्म बताया जाने लगा।
The Kashmir Files को 69वें राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कारों में राष्ट्रीय एकता पर सर्वश्रेष्ठ फीचर फिल्म के लिए नरगिस दत्त पुरस्कार से सम्मानित किया गया है। फिल्म को विवेक अग्निहोत्री द्वारा लिखा और निर्देशित किया गया है। फिल्म में मिथुन चक्रवर्ती, अनुपम खेर और पल्लवी जोशी प्रमुख भूमिकाओं में हैं।
The Kashmir Files ने बॉक्स ऑफिस पर काफी अच्छी कमाई की है। फिल्म को ग्लोबल लेवल पर सराहा गया, लेकिन भारत सहित कुछ अन्य क्षेत्रों में फिल्म को आलोचनाओं का समाना भी करना पड़ा। नवंबर में भारत के अंतर्राष्ट्रीय फिल्म महोत्सव में प्रदर्शित होने के बाद भी फिल्म विवादों में रही, जब इजरायली फिल्म निर्माता नदाव लैपिड ने इसे "अश्लील प्रचार" कहकर आलोचना की। हालांकि, इस टिप्पणी पर 'द कश्मीर फाइल्स' के निर्माताओं के साथ-साथ भारत में इजरायली राजदूत ने भी कड़ी आपत्ति जताई।
वहीं, एक वर्ग ऐसा भी था, जिसने फिल्म को भरपूर सपोर्ट दिया। प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी और उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ सहित केंद्र सरकार के कई दिग्गजों ने इस फिल्म की प्रशंसा की और फिल्म को भाजपा शासित राज्यों में टैक्स बेनिफिट भी दिया गया।
फिल्म ‘द कश्मीर फाइल्स' में कश्मीरी पंडितों की दर्द भरे संघर्ष को दिखाया गया है। विवेक अग्नहोत्री के निर्देशन में बनी यह फिल्म 1990 में हुए कश्मीरी हिन्दुओं के नरसंहार पर आधारित है। फिल्म में मिथुन चक्रवर्ती, पल्लवी जोशी, प्रकाश बेलवाड़ी, अनुपम खेर, पुनीत इस्सर और चिन्मय मुंडेलकर मुख्य भूमिका में हैं।