भारत की ‘लखटकिया' कार के तौर पर प्रचारित की गई टाटा नैनो (Tata Nano) एक बार फिर से सुर्खियों में है। ऐसा कहा जा रहा है कि कंपनी अपनी इस किफायती कार को इलेक्ट्रिक रूप में पेश करने की योजना बना रही है। मीडिया रिपोर्ट्स में कहा गया है कि टाटा मोटर्स अपनी नैनो कारों को कुछ बदलावों के साथ इलेक्ट्रिक वर्जन में ला सकती है। टाटा नैनो को साल 2008 में लॉन्च किया गया था। हालांकि यह कार उतनी पॉपुलर नहीं हो पाई, जितनी टाटा ने उम्मीद जताई थी। साल 2018 में इसकी मैन्युफैक्चरिंग बंद कर दी गई। अगर यह इलेक्ट्रिक वर्जन में सामने आती है, तो इंडिया के इलेक्ट्रिक वीकल मार्केट में बड़ी क्रांति आ सकती है।
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, इलेक्ट्रिक वीकल मार्केट में तेजी के साथ अपग्रेड करने के लिए कंपनी उसकी
नैनो कार के रिवाइवल और अपग्रेडेशन पर विचार कर सकती है। हालांकि कंपनी ने कहा कि वह मार्केट में लगाई जा रही अटकलों और अपकमिंग वीकल्स पर कोई कमेंट नहीं करती।
भारत में
इलेक्ट्रिक वीकल का मार्केट जिस तेजी से बढ़ रहा है, उसने सभी कंपनियों को कड़ी प्रतिस्पर्धा में शामिल होने के लिए मजबूर किया है। बाकी कंपनियों की तरह टाटा मोटर्स भी इस सेगमेंट में दबदबा कायम रखना चाहती है। वित्त वर्ष 2021 में कंपनी ने 5,000 और वित्त वर्ष 22 में 19,500 इलेक्ट्रिक वीकल बेचे थे। कंपनी का लक्ष्य मौजूदा वित्त वर्ष में 50 हजार EV और साल 2024 तक 1 लाख EV बेचने का है। दिलचस्प यह है कि अप्रैल से नवंबर के बीच कंपनी 24 हजार से ज्यादा इलेक्ट्रिक वीकल बेच चुकी है। यह पिछले साल से कहीं ज्यादा है।
कंपनी के कई इलेक्ट्रिक वीकल्स डिमांड में हैं। Nexon EV, Tigor EV, Tiago EV और Xpres-T EV को लोग पसंद कर रहे हैं। कंपनी पहले ही बता चुकी है कि आने वाले वर्षों में वह नए इलेक्ट्रिक वीकल्स लाएगी। अगर इनमें नैनो भी शामिल हो जाती है, तो आम आदमी के लिए इलेक्ट्रिक वीकल्स में स्विच करना आसान हो जाएगा और कंपनी का EV लक्ष्य भी जल्दी पूरा हो सकेगा। टाटा नैनो इलेक्ट्रिक वर्जन में आती है, तो यह देखना भी दिलचस्प होगा कि इसका प्रोडक्शन कहां किया जाता है। हमें नहीं भूलना चाहिए कि नैनो की मैन्युफैक्चरिंग एक राजनीतिक मुद्दा बन गई थी।