रक्षा क्षेत्र को मजबूत बनाने के मकसद से भारत लगातार नए-नए मिशनों की टेस्टिंग कर रहा है। इसी क्रम में ओडिशा के चांदीपुर स्थित इंटीग्रेटेड टेस्ट रेंज से ‘अभ्यास' नाम के ‘हाई-स्पीड एक्सपेंडेबल एरियल टारगेट' के उड़ान परीक्षणों की सीरीज को सफलतापूर्वक पूरा कर लिया गया है। ‘अभ्यास' (Abhyas) को भारत में ही डेवलप किया गया है। इसे डीआरडीओ (DRDO) ने मिसाइल सिस्टमों के टेस्ट के लिए लक्ष्य के रूप में विकसित किया है। यह परीक्षण कई मायनों में महत्वपूर्ण है, जिसका फायदा आगामी मिशनों में देखने को मिल सकता है।
पीटीआई भाषा की रिपोर्ट के अनुसार, रक्षा मंत्रालय ने बताया है कि डीआरडीओ ने चांदीपुर स्थित ‘इंटीग्रेटेड टेस्ट रेंज' से एडवांस्ड ‘बूस्टर कॉन्फिगरेशन' के साथ ‘हाई स्पीड एक्सपेंडेबल एरियल टारगेट' (हीट) नामक ‘अभ्यास' के लगातार छह परीक्षणों को सफलतापूर्वक पूरा कर लिया है।
मंत्रालय के मुताबिक, सफल उड़ान परीक्षणों ने ‘अभ्यास' सिस्टमों के प्रोडक्शन का रास्ता खोल दिया है यानी अब इनका प्रोडक्शन किया जाएगा ताकि भविष्य में मिसाइल सिस्टमों के टेस्ट के लिए अभ्यास को एक टार्गेट के तौर पर सेट किया जा सके।
रिपोर्ट के अनुसार, ‘अभ्यास' ने अपनी कामयाबी का प्रदर्शन करते हुए 10 टेस्टों को सफलतापूर्वक पूरा किया है। डीआरडीओ के एयरोनॉटिकल डेवलपमेंट एस्टब्लिशमेंट (एडीई) ने ‘अभ्यास' को डिजाइन किया है। इसका प्रोडक्शन ‘हिंदुस्तान एयरोनॉटिक्स लिमिटेड' (एचएएल) और ‘लार्सन एंड टुब्रो' (एलएंडटी) करेंगे।
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने 'अभ्यास' के डेवलपमेंट टेस्टों के लिए डीआरडीओ समेत इंडस्ट्री की सराहना की है। उन्होंने कहा कि अभ्यास का सफल परीक्षण वैज्ञानिकों और इंडस्ट्री के बीच तालमेल का उल्लेखनीय प्रमाण है।