Iran vs Israel : इस्राइल और ईरान अब जंग के मुहाने पर हैं। मंगलवार की रात वो हुआ, जिसका अंदेशा काफी वक्त से लगाया जा रहा था। रिपोर्ट्स के अनुसार, ईरान ने करीब 181 मिसाइलों और ड्रोन्स से इस्राइल को टार्गेट किया। इसके बावजूद उसे बहुत नुकसान नहीं हुआ। यहूदी देश को बचाया उसके एयर डिफेंस सिस्टम ने, जिसे पूरी दुनिया आयरन डोम (Iron Dome) कहती है। हालांकि इस्राइल के पास सिर्फ आयरन डोम नहीं, कई और डिफेंस सिस्टम भी हैं। आइए सभी के बारे में जानते हैं। समझते हैं कि वो कैसे काम करते हैं।
इस्राइल के पास कितने एयर डिफेंस सिस्टम?
इस्राइल के एयर डिफेंस सिस्टमों में सबसे पॉपुलर है आयरन डोम प्रणाली। पूरी दुनिया ज्यादातर समय इसी पर बात करती है। हालांकि इस्राइल के पास कई और एयर डिफेंस सिस्टम भी हैं। बीबीसी की रिपोर्ट के अनुसार, इस्राइल ने अपने एयर डिफेंस सिस्टमों को अलग-अलग दूरी से आने वाली मिसाइलों को रोकने के लिए तैयार और तैनात किया है।
आयरन डोम (Iron Dome) : आयरन डोम एयर डिफेंस सिस्टम मुख्य रूप से 4 से 70 किलोमीटर की दूरी से आने वाली शॉर्ट रेंज मिसाइलों, ड्रोन्स, मोर्टार और गोलों को रोक सकता है।
डेविड स्लिंग (David Sling) : डेविड स्लिंग एयर डिफेंस सिस्टम का लक्ष्य 300 किलोमीटर तक की दूरी से आने वाले लंबी दूरी के रॉकेट, क्रूज मिसाइलों और बैलिस्टिक मिसाइलों को खत्म करना है।
एरो सिस्टम (Arrow) : इस्राइल के पास एरो 2 और एरो 3 एयर डिफेंस सिस्टम भी हैं, जो 2400 किलोमीटर तक की दूरी से आने वाली बैलिस्टिक मिसाइलों को रोक सकते हैं। रिपोर्ट्स के अनुसार, ईरान के हालिया हमलों से बचने के लिए इस्राइल ने अपने सभी एयर डिफेंस सिस्टमों का इस्तेमाल किया।
आयरन डोम कैसे करता है?
जैसाकि हमने बताया आयरन डोम मुख्य रूप से कम दूरी से आने वाली मिसाइलों को रोकता है। इस्राइल ने पूरे देश में आयरन डोम बैटरियों को लगाया है। हरेक बैटरी में तीन से चार लॉन्चर होते हैं। एक लॉन्चर में 20 इंटरसेप्टर मिसाइल होती हैं। आयरन डोम में लगा रडार, रॉकेटों की लोकेशन ट्रैक करता है। फिर कैलकुलेट किया जाता है कि कौन सा रॉकेट आबादी वाले एरिया में गिर सकता है। इसके बाद आयरन डोम, रॉकेटों पर मिसाइल दागकर उन्हें खत्म कर देता है। बाकी एयर डिफेंस सिस्टमों के काम करने का तरीका भी ऐसा ही है। बड़ा फर्क उनकी क्षमता का है।