Satoshi Nakamoto को बिटकॉइन के निर्माता के रूप में जाना जाता है मगर ये इनका असली नाम नहीं है बल्कि काल्पनिक है। यह शख्स आज तक अज्ञात है। जिस समय नाकामोटो ने 2009 में पहला बिटकॉइन बनाया, यह स्पष्ट नहीं था कि क्या क्रिप्टोकरेंसी कभी किसी लायक हो भी सकती है या नहीं। हालांकि नाकामोटो द्वारा बनाए गए ये टोकन अब 13 साल बाद अरबों डॉलर के लायक हो गए हैं क्योंकि बिटकॉइन नई ऊंचाई पर पहुंच गया है। यह अभी भी स्पष्ट नहीं है जो टोकन उस वक्त उन्होंने बनाए थे, क्या इस बड़े धन का कभी दावा किया जाएगा। आइए देखें कि आज नाकामोटो टोकन की कीमत कितनी है।
Whale Alert की एक
रिपोर्ट के अनुसार, बिटकॉइन बनाने के बाद नाकामोटो ने कुल BTC 1,125,150 टोकनों की माइनिंग की, जो वर्तमान में दुनिया में सबसे कीमती
क्रिप्टोकरेंसी है। बुधवार, 27 अक्टूबर तक, बिटकॉइन प्रति टोकन 63,925 डॉलर (लगभग 48 लाख रुपये) पर ट्रेड कर रहा था। इसका मतलब है कि आज उन टोकनों का कुल प्राइस 66 बिलियन डॉलर (लगभग 4,96,814 करोड़ रुपये) से अधिक होगा।
बिटकॉइन के बढ़ते ग्लोबल एडॉप्शन और पॉपुलेरिटी के बावजूद नाकामोटो की पहचान के साथ-साथ उनके ठिकाने की डीटेल्स एक अनसुलझा रहस्य बना हुआ है। अभी के लिए यह भी स्पष्ट नहीं है कि क्या सातोशी नाकामोटो बिटकॉइन के निर्माण के लिए जिम्मेदार केवल एक व्यक्ति है या यह लोगों का एक ग्रुप है। नाकामोटो के द्वारा बनाए गए बिटकॉइन अभी तक वैसे ही हैं, उन्हें खर्च नहीं किया है।
इससे पहले अक्टूबर में, PayPal के को-फाउंडर Peter Thiel ने कहा था कि वह शायद अनजाने में वर्ष 2000 में सतोशी नाकामोतो से मिले होंगे। Peter Thiel के अनुसार, लगभग 21 साल पहले उन्होंने लगभग 200 लोगों के एक ग्रुप से मुलाकात की, जो सेंट्रल बैंको की मोनोपॉली को चुनौती देने की क्षमता के साथ एक नए करेंसी सिस्टम को प्रोमोट करना चाहते थे। Thiel का मानना है कि नाकामोटो उस ग्रुप में से कोई हो सकता था।
सितंबर 2021 में, बुडापेस्ट में सातोशी नाकामोटो की पहली और एकमात्र स्टैच्यू को दुनिया के सामने लाया गया। इस मूर्ति के चेहरे के नैन नक्श साफ तरीके से नहीं बनाए गए हैं। इसलिए चेहरे को पहचान नहीं दी जा सकती है।
क्रिप्टोकरेंसी ट्रैकर CoinMarketCap के अनुसार हाल ही में सभी
क्रिप्टोकरेंसी का मार्केट कैपिटलाइजेशन 2.5 ट्रिलियन डॉलर (लगभग 1,87,42,625 करोड़ रुपये) का एक माइलस्टोन पार कर गया है।