मार्केट कैपिटलाइजेशन के लिहाज से सबसे बड़ी क्रिप्टोकरेंसी Bitcoin ने सोमवार को 27,280 डॉलर तक पहुंचा, जो इस वर्ष का पीक लेवल है। Binance और Coinbase जैसे इंटरनेशनल एक्सचेंजों पर बिटकॉइन का प्राइस 30,000 डॉलर के अगले रेजिस्टेंस लेवल की ओर से बढ़ रहा है।
पिछले कुछ दिनों में मार्केट में उतार-चढ़ाव के बावजूद
बिटकॉइन के प्राइस में तेजी है। इस वर्ष की शुरुआत में यह लगभग 16,750 डॉलर पर ट्रेड कर रहा था। दूसरी सबसे बड़ी क्रिप्टोकरेंसी Ether का प्राइस भी वीकेंड पर बढ़ा है। Gadgets 360 के क्रिप्टो प्राइस ट्रैकर के अनुसार, इसका प्राइस 1,754 डॉलर पर था। इसमें पिछले दो दिनों में 47 डॉलर की बढ़ोतरी हुई है। हालांकि, स्टेबलकॉइन्स Tether, USD Coin और Binance USD के अलावा Cardano, Polygon, Solana, Polkadot, Litecoin और Tron जैसी क्रिप्टोकरेंसीज के प्राइस गिरे हैं। क्रिप्टो मार्केट की वैल्यू पिछले दो दिनों में 0.09 प्रतिशत की बढ़ोतरी के साथ लगभग 1.15 लाख करोड़ डॉलर पर थी।
क्रिप्टो फर्म BuyUcoin ने Gadgets 360 को बताया, "सबसे बड़े डिजिटल एसेट बिटकॉइन में केवल सात दिनों में लगभग 22 प्रतिशत की तेजी आई है। यह जल्द ही 30,000 डॉलर के लेवल तक पहुंच सकता है लेकिन इस लेवल पर बिटकॉइन को कुछ रेजिस्टेंस का सामना करना पड़ सकता है। मार्केट की दिशा को तय करने में इस सप्ताह होने वाली FOMC की मीटिंग एक बड़ा कारण होगी।"
पिछले वर्ष के अंत में बड़े क्रिप्टो एक्सचेंजों में शामिल
FTX के दिवालिया होने का मार्केट पर बड़ा असर पड़ा था। इससे बड़ी संख्या में इनवेस्टर्स ने क्रिप्टोकरेंसीज से दूरी बना ली थी। FTX के सॉफ्टवेयर में बदलाव कर क्लाइंट्स के फंड का इस्तेमाल किया गया था। एक्सचेंज के चीफ इंजीनियर ने कोड में बदलाव कर FTX के फाउंडर Sam Bankman Fried की फर्म Alameda Research को उधार ली गई रकम पर नुकसान उठाने के बावजूद उसके एसेट्स बेचने से छूट दी थी। इस छूट से फर्म को FTX से फंड उधार लेने की अनुमति मिल गई थी चाहे उसके बदले में कोलेट्रल की वैल्यू कितनी भी हो। कोड में इस बदलाव को अमेरिका के सिक्योरिटीज एंड एक्सचेंज कमीशन (SEC) ने पकड़ा था। SEC ने बताया कि इससे Alameda Research को बिना किसी लिमिट के क्रेडिट दिया जा रहा था। फर्म को दो वर्षों में अरबों डॉलर का उधार मिला था।