क्रिप्टो इंडस्ट्री से हटाए गए एंप्लॉयीज को अमेरिकी रेगुलेटर ने दिया जॉब का ऑफर

मार्केट कैपिटलाइजेशन के लिहाज से सबसे बड़ी क्रिप्टोकरेंसी बिटकॉइन का प्राइस हाल ही में घटकर 18 महीने के लो पर पहुंच गया था

विज्ञापन
अपडेटेड: 17 जून 2022 13:20 IST
ख़ास बातें
  • पिछले कुछ सप्ताह में क्रिप्टोकरेंसीज में भारी गिरावट हुई है
  • क्रिप्टो सेगमेंट से जुड़ी कुछ फर्मों ने छंटनी की है
  • अधिक रिस्क वाली इस एसेट क्लास से इनवेस्टर्स बच रहे हैं

FINRA के डिजिटल एसेट्स में ट्रेड करने वाले मेंबर्स की संख्या बढ़ रही है

अमेरिका की फाइनेंशियल इंडस्ट्री रेगुलेटरी अथॉरिटी (FINRA) ने क्रिप्टोकरेंसीज को समझने और इस सेगमेंट की निगरानी के लिए अपने स्टाफ की संख्या बढ़ाने की योजना तैयार की है। इस वजह से FINRA ने क्रिप्टो एक्सचेंजों और अन्य फर्मों से हटाए गए लोगों को जॉब का ऑफर दिया है। FINRA के डिजिटल एसेट्स में ट्रेड करने वाले मेंबर्स की संख्या बढ़ रही है।

FINRA के चीफ एग्जिक्यूटिव ऑफिसर Robert Cook ने ट्रेडिंग इंडस्ट्री की एक कॉन्फ्रेंस में कहा, "हमें क्रिप्टो सेगमेंट से जुड़ने की जरूरत है और मेरा मानना है कि इसके लिए क्षमता बढ़ानी होगी। इस वजह से अगर किसी व्यक्ति को क्रिप्टो फर्म से हटाया जा रहा है और वह हमारे साथ जुड़ना चाहता है तो वह संपर्क कर सकता है।" Reuters की रिपोर्ट के अनुसार, FINRA के कई मेंबर्स को डिजिटल एसेट्स में ट्रेडिंग के लिए स्वीकृति मिली है। इसके अलावा ऐसे मेंबर्स भी हैं जो कस्टमर्स को क्रिप्टो से जुड़े प्रोडक्ट्स को एक्सेस करने की अनुमति देते हैं। 

पिछले कुछ सप्ताह में क्रिप्टोकरेंसीज में भारी गिरावट हुई है। मार्केट कैपिटलाइजेशन के लिहाज से सबसे बड़ी क्रिप्टोकरेंसी बिटकॉइन का प्राइस हाल ही में घटकर 18 महीने के लो पर पहुंच गया था। अमेरिका में इंटरेस्ट रेट्स बढ़ने और क्रिप्टो लेंडिंग फर्म Celsius Network के ट्रांजैक्शंस पर रोक लगाने का क्रिप्टो मार्केट पर बड़ा असर पड़ा है। बहुत से इनवेस्टर्स से अधिक रिस्क वाले क्रिप्टो सेगमेंट से दूरी बना ली है।  

क्रिप्टो ट्रेडिंग और लेंडिंग प्लेटफॉर्म BlockFi ने लगभग 200 एंप्लॉयीज को हटाने की तैयारी की है। क्रिप्टो एक्सचेंज Crypto.com के लगभग 260 एंप्लॉयीज की छंटनी की जा रही है। इन दोनों फर्मों ने वर्कफोर्स घटाने के लिए समान कारण बताए हैं। क्रिप्टो का मार्केट कैपिटलाइजेशन घटकर 1 लाख करोड़ डॉलर से नीचे आ गया है। BlockFi के CEO Zac Prince और Crypto.com के प्रमुख Kris Marszalek ने छंटनी से जुड़े फैसले की जानकारी ट्विटर पर दी है। Prince ने ट्वीट में बताया, "बहुत सी टेक फर्मों की तरह, हमारी फर्म पर भी मैक्रो इकोनॉमिक स्थितियों में बदलाव का असर पड़ा है। इससे हमारा ग्रोथ रेट घटा है। प्रॉफिट में आने के लिए हम टीम का साइज कम करने जैसे उपायों के कॉस्ट को घटा रहे हैं।" उन्होंने कहा कि मुश्किल के इस दौर में कंपनी के एग्जिक्यूटिव्स की सैलरी भी कम की है। Marszalek ने कहा कि Crypto.com को प्रॉफिट बढ़ाने की जरूरत है। उन्होंने बताया, "इसका मतलब है कि लंबी अवधि में ग्रोथ को बरकरार रखने के लिए मुश्किल और जरूरी फैसले करना।"  

(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
 

ये भी पढ़ेंभारतीय एक्सचेंजों में क्रिप्टोकरेंसी की कीमतें

लेटेस्ट टेक न्यूज़, स्मार्टफोन रिव्यू और लोकप्रिय मोबाइल पर मिलने वाले एक्सक्लूसिव ऑफर के लिए गैजेट्स 360 एंड्रॉयड ऐप डाउनलोड करें और हमें गूगल समाचार पर फॉलो करें।

ये भी पढ़े: Crypto, Interest, Lending, Bitcoin, Market, Regulator, Transactions, America, Hiring
Advertisement
Popular Brands
#ट्रेंडिंग टेक न्यूज़
  1. TV स्क्रीन को साफ करते समय न करें ये गलतियां, हजारों का हो जाएगा नुकसान! जानें सही तरीके
#ताज़ा ख़बरें
  1. Vivo ने लॉन्च किया G3 5G, MediaTek Dimensity 6300 चिपसेट, जानें प्राइस, स्पेसिफिकेशंस
  2. Infinix Hot 60i 5G भारत में हुआ लॉन्च, 6,000 mAh की बैटरी
  3. 20 हजार वाले Samsung Galaxy A35 5G, Vivo T4 5G और Moto G96 5G जैसे स्मार्टफोन्स पर जबरदस्त डील
  4. Ola Electric ने लॉन्च किया S1 Pro Sport, जानें प्राइस, रेंज
  5. Oppo K13 Turbo Pro की भारत में शुरू हुई बिक्री, जानें प्राइस, ऑफर्स
  6. Google Search में AI मोड भारत में हुआ शुरू, जानें कैसे करें उपयोग
  7. Flipkart Freedom Sale: 7 हजार रुपये सस्ता मिल रहा Google का पिक्सल फोन
  8. Lava Blaze AMOLED 2 5G vs iQOO Z10 Lite 5G vs Moto G45 5G: 15 हजार में कौन है बेस्ट
  9. घर के बाहर कूड़े का ढेर लगा है या गंदे हैं सार्वजिक शौचालय तो इस सरकारी ऐप पर करें रिपोर्ट, जल्द मिलेगा समाधान
  10. प्राइवेट टेलीकॉम कंपनियों को टक्कर देगी BSNL, सरकार से मिलेंगे 47,000 करोड़ रुपये
Download Our Apps
Available in Hindi
© Copyright Red Pixels Ventures Limited 2025. All rights reserved.