Zomato के शेयरों का मूल्य शुक्रवार को डेब्यू ट्रेडिंग में लगभग दोगुना हो गया। भारतीय स्टार्टअप की पहली स्टॉक मार्केट लिस्टिंग में इस फूड डिलीवरी फर्म का मूल्य 1 बिलियन डॉलर (लगभग 7,450 करोड़ रुपये) से अधिक हो गया। निवेशकों ने इंटरनेट आधारित स्टार्टअप में रुचि दिखाई। कारण है कि यह ऐसे स्टार्टअप हैं जो COVID-19 जैसी महामारी के दौरान भी अच्छा विकास करने की क्षमता रखते हैं। वर्तमान में भारत का शेयर बाजार अपने सर्वकालिक उच्च स्तर पर है।
प्री-ओपन ट्रेड में 115 रुपये पर खुलने के बाद शेयर 82.8 प्रतिशत चढ़े। इस शेयर ने ट्रेडिंग के दौरान अपर सर्किट भी लगाया जो 138 रुपये था। 76 रुपये की प्रारंभिक सार्वजनिक पेशकश (IPO) कीमत पर 52.6 प्रतिशत प्रीमियम था। जिससे कंपनी का मूल्य लगभग 12 बिलियन डॉलर (लगभग 89,450 करोड़ रुपये) है। चीन के Ant Group द्वारा समर्थित Zomato का 9,375 करोड़ का IPO, भारत की फूड डिलीवरी मार्केट में एक स्टार्टअप के लिए पहली बार है, जिसका अनुमान रिसर्च फर्म RedSeer ने 4.2 बिलियन डॉलर (लगभग 31,280 करोड़ रुपये) का लगाया है।
2008 में लॉन्च किया गया घरेलू खाद्य एग्रीगेटर, भारत के लगभग 525 शहरों में संचालित होता है और इसने करीब 390,000 रेस्तरां के साथ भागीदारी की है। पिछले हफ्ते कंपनी की ऑफरिंग ने 46.3 बिलियन डॉलर (लगभग 3,45,220 करोड़ रुपये) की बोली लगाई, क्योंकि यह 38 गुना से अधिक ओवरसब्सक्राइब था, जिसमें बड़े संस्थागत निवेशक भी प्रमुख दांव लगा रहे थे।
इंग्लैंड में एक निवेश प्लैटफॉर्म AJ Bell के एक वित्तीय विश्लेषक Danni Hewson ने कहा, "यहां विकास का सबसे ज्यादा महत्व है। भले ही Zomato लाभ देने वाला नहीं हो सकता है लेकिन यह तेजी से बढ़ रहा है और उस गति को बनाए रखने के लिए उत्साहपूर्वक तैनात है।" 31 मार्च को समाप्त वर्ष के लिए Zomato का घाटा 813 करोड़ रुपये जबकि ऑपरेशन्स से रिवेन्यू साल-दर-साल थोड़ा गिरकर 1,994 करोड़ रुपये हो गया।
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