Google Play Store में अब एक बदलाव हुआ है, जिसका उद्देश्य ऐप डाउनलोड और अपडेट प्रोसेस को बेहतर बनाना है। इस बदलाव के बाद स्टोर एक साथ तीन ऐप या ऐप अपडेट डाउनलोड कर सकता है। यह अप्रैल में गूगल द्वारा प्ले स्टोर पर जोड़ी गई दो ऐप को एक साथ डाउनलोड करने की क्षमता का अपग्रेड है। इस तरह की फंक्शनैलिटी को पेश करने से पहले Android यूजर्स को प्ले स्टोर पर ऐप्स को एक-एक करके डाउनलोड या अपडेट करना होता था, जो काफी समय लेने वाला काम था। एक साथ कई ऐप्स को डाउनलोड या अपडेट करने से यह काम काफी फास्ट हो जाएगा।
Google Play Store पर यूजर्स एक साथ तीन ऐप डाउनलोड या अपडेट कर सकते हैं। एक साथ कई ऐप्स डाउनलोड करने की फंक्शनैलिटी को पहली बार 2019 में टेस्ट किया गया था। इसके बाद, Google ने इस साल मार्च में ऐप्स को समानांतर रूप से डाउनलोड करने की क्षमता शुरू की। लेटेस्ट बदलाव इसी कार्यक्षमता को एक कदम आगे ले जाता है, जहां यूजर्स दो के बजाय एक साथ तीन ऐप्स को डाउनलोड कर सकते हैं। निश्चित तौर पर इसने ऐप्स को डाउनलोड या अपडेट करने की प्रक्रिया को बहुत तेज कर दिया है।
इसके लिए, Android यूजर्स को प्ले स्टोर खोलना होगा और स्क्रीन के ऊपरी-दाएं कोने पर प्रोफाइल आइकन पर टैप करके
Manage apps and device पेज पर जाना होगा। इसके बाद, यूजर्स को
Updates available पेज को चुनकर
Update all पर टैप करना चाहिए। ऐसा करने से यदि एक से ज्यादा ऐप्स के अपडेट उपलब्ध हैं तो तीन ऐप्स एक साथ अपडेट होंगे।
जबकि Google ने आधिकारिक तौर पर इस कार्यक्षमता की घोषणा नहीं की है, फिर भी कई Gadgets 360 स्टाफ के कई सदस्य इसे एक्सेस करने में सक्षम थे। ऐसे फीचर्स आमतौर पर सर्वर-साइड इनेबल होते हैं, जिसका मतलब है कि डिवाइस पर ये अपमे आप एक्टिवेट हो जाएंगे।
इससे अलग, बता दें कि Google अपने Play Store के लिए कथित तौर पर कई अन्य फीचर्स को भी टेस्ट कर रहा है। जुलाई में, इसकी क्लाउड-बेस्ड ऐप वैरिफिकेशन सर्विस - Play Protect के लिए एक्स्ट्रा कार्यक्षमता विकसित करने की सूचना मिली थी। यह यूजर्स को स्मार्टफोन से अनइंस्टॉल किए बिना उन ऐप्स को फिर से स्कैन करने की अनुमति दे सकता है, जिन्हें पहले हानिकारक के रूप में चिह्नित किया गया है। प्लेटफॉर्म ने हाल ही में फैट एंड्रॉयड एप्लिकेशन पैकेज (Apk) के जनरेशन पर रोक लगाकर और इसके बजाय अपने एंड्रॉयड ऐप बंडल (AAB) को प्राथमिकता देकर एक बड़ा बदलाव किया है। ऐसा कहा जा रहा है कि इसने ऐप्स को साइडलोड करने की प्रक्रिया को और अधिक कठिन बना दिया है।