AI टेक्नोलॉजी इतनी आगे निकल गई है कि अब इसके जरिए लोग अपने मरने का समय तक पता लगा रहे हैं। AI पर आधारित एक नया ऐप लोगों के बीच तेजी से जगह बना रहा है, जो खास AI टेक्नोलॉजी का इस्तेमाल कर यूजर्स के मरने की भविष्यवाणी कर रहा है। ऐप यूजर्स की कुछ निजी जानकारियां लेता है, जैसे उनकी डायट, वह कितना व्यायाम करते हैं, स्ट्रेस लेवल और सोने का समय। इस डेटाबेस के जरिए खास एल्गोरिदम चला कर ऐप यूजर को उसके मरने के समय के बारे में बताता है।
वर्तमान में अमेरिका में उपलब्ध इस मोबाइल ऐप का नाम Death Clock है। इसे डेवलपर Brent Franson ने विकसित किया है, जिसे अभी तक Play Store पर 10 हजार से ज्यादा बार
डाउनलोड कर लिया गया है और 700 से ज्यादा यूजर्स ने इसे रेट भी किया है। ऐप भारत में उपलब्ध नहीं है और केवल अमेरिकी मार्केट में रिलीज हुआ है।
इसके AI को लगभग 53 मिलियन प्रतिभागियों के साथ 1,200 से अधिक लाइफ एक्सपेंटेंसी स्टडी के डेटासेट पर ट्रेनिंग दी गई है। यह मृत्यु की संभावित तारीख की भविष्यवाणी करने के लिए डाइट, व्यायाम, तनाव के स्तर और नींद के बारे में जानकारी का उपयोग करता है। एनडीटीवी के
अनुसार, डेवलपर का कहना है कि रिजल्ट स्टैंडर्ड लाइफ-टेबल अपेक्षाओं पर "काफी महत्वपूर्ण" सुधार दिखाते हैं।
रिपोर्ट आगे बताती है कि अमेरिका में सामाजिक सुरक्षा प्रशासन के पास मृत्यु दर के लिए अपनी टेबल है, जिसे ट्रस्टियों को दी जाने वाली वार्षिक वित्तीय रिपोर्ट में शामिल किया जाता है। वर्तमान में सरकारी एजेंसी का अनुमान है कि अमेरिका में 85 वर्षीय व्यक्ति के एक वर्ष के भीतर मरने की संभावना 10% है और औसतन 5.6 वर्ष जीवित रहने की संभावना है।
डेवलपर फ्रैंसन का कहना है कि इस तरह के औसत बड़े अंतर से कम हो सकते हैं और नए एल्गोरिदम एक बेहतर माप प्रदान कर सकते हैं।