महिंद्रा ग्रुप के अध्यक्ष, आनंद महिंद्रा (Anand Mahindra) ने हाल ही में सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X (पूर्व में ट्विटर) पर एक वीडियो शेयर किया, जिसमें 1991 से लेकर वर्तमान तक मोबाइल फोन के डेवलपमेंट को दिखाया गया है। इस वीडियो के जरिए उन्होंने सेल फोन की इस अदभुत यात्रा पर अपने विचार भी शेयर किए। श्री महिंद्रा का मानना है कि ऐसा भी दिन आएगा, जब मोबाइल मनुष्य के दिमाग में फिट किए जा सकेंगे। आनंद महिंद्रा अक्सर सोशल मीडिया पर प्रभावित करने वाले वीडियो को शेयर करते रहते हैं और साथ ही इनोवेशन पर अपने विचार व्यक्त करते दिखाई देते हैं।
आनंद महिंद्रा द्वारा शेयर किए गए वीडियो में दिखाया गया है कि कैसे 1991 से मोबाइल फोन ने विभिन्न चरणों में बदलाव देखा है, जिससे वे आज के स्मार्टफोन तक पहुंचे हैं। महिंद्रा ने इस वीडियो को साझा करते हुए लिखा, (अनुवादित) "रोमांचक। हां, मैंने सर्वव्यापी सेल फोन के इन सभी रूपों को देखा है। लेकिन मुझे नहीं लगता कि मैं इतना लंबा जीना चाहूंगा कि एक सेल फोन हमारे मस्तिष्क में स्थापित और प्रत्यारोपित हो जाए!"
आनंद महिंद्रा का यह पोस्ट सोशल मीडिया पर चर्चा का विषय बन गया है, जहां यूजर्स भविष्य की तकनीक और मानव शरीर के साथ उसके इंटिग्रेशन पर अपने विचार शेयर कर रहे हैं। कुछ लोग इस संभावना को अच्छे नजरिए से देख रहे हैं, जबकि अन्य मस्तिष्क में प्रत्यारोपित डिवाइस के नैतिक और स्वास्थ्य संबंधी प्रभावों पर चिंता जता रहे हैं।
यह पहली बार नहीं है जब महिंद्रा ने तकनीकी इनोवेशन पर अपने विचार शेयर किए हैं। मई 2024 में, उन्होंने IIT छात्रों द्वारा विकसित फ्लाइंग
टैक्सी प्रोजेक्ट को शेयर किया था। इसके बाद, IIT छात्रों द्वारा डेवलप किए गए Aroleap X नाम के एक स्मार्ट, दीवार पर लगने वाले होम जिम की भी प्रशंसा की थी, जो छोटे स्थानों के लिए डिजाइन किया गया है। इससे पहले, पिछले साल अगस्त में, उन्होंने एक चीनी व्यक्ति द्वारा विकसित मच्छर मारने वाली डिवाइस का वीडियो शेयर किया था, जिसे उन्होंने घरों के लिए "आयरन डोम" की तरह बताया था।