अंतरिक्ष में तैनात दुनिया का सबसे बड़ा टेलीस्कोप- जेम्स वेब (James Webb Space Telescope) हर रोज हमारे ब्रह्मांड को कैप्चर कर रहा है। नासा के टेलीस्कोप ने अब अंतरतारकीय (interstellar) धूल और गैस की ज्यादा डिटेल इमेज ली हैं, जिससे वैज्ञानिकों ने इंटरस्टेलर धूल और गैस की 3डी संरचना बनाई है। रिपोर्ट के अनुसार, करीब 350 साल पहले एक तारे के खत्म होने से यह रोशनी, गैस और धूल निकली जो अबतक काफी लंबा सफर तय कर चुकी है। कहा जाता है कि तारे में विस्फोट के बाद बहुत तेज एक्स-रे और पराबैंगनी प्रकाश पैदा हुआ था। जेम्स वेब टेलीस्कोप में लगी एडवांस्ड इन्फ्रारेड टेक्नॉलजी ने इसे डिटेल में कैप्चर किया है।
रिपोर्टों के अनुसार, तस्वीर में इंटरस्टेलर मटीरियल की परतें दिखाई दे रही हैं। उनमें से कुछ ‘प्याज' की संरचना वाली हैं। वैज्ञानिकों का कहना है कि टेलीस्कोपों को मदद से हम इस घने, धूल भरे क्षेत्र को देख पाए हैं और जिसे आजतक नहीं देखा जा सका, वह भी ऐसा ही दिखता होगा।
जेम्स वेब से ली गई फोटोज में बहुत विशाल एरिया में फैली गैस और धूल की घनी चादरें देखी जा सकती हैं। इतनी डिटेल संरचना को पहले कभी नहीं देखा गया। इससे वैज्ञानिकों को इंटरस्टेलर सिस्टम के बारे में ज्यादा जानकारी मिलेगी।
What is James Webb Space Telescope
जेम्स वेब स्पेस टेलीस्कोप को करीब 10 हजार करोड़ रुपये की लागत से बनाया गया है। यह एक स्पेस ऑब्जर्वेट्री है, जिसे साल 2021 में लॉन्च किया गया था। जुलाई 2022 से इसने अपना काम अंतरिक्ष में शुरू किया और अबतक हमारे ब्रह्मांड के बारे में कई नई जानकारियां जुटाई हैं।
साल 2023 में जेम्स वेब ने अबतक के सबसे सुदूर ब्लैक होल (Black Hole) का पता लगाया था। तब नासा ने कहा था कि यह कथित ब्लैक होल ‘बिग बैंग' की घटना के 57 करोड़ साल बाद बना होगा, जो CEERS 1019 नामक आकाशगंगा में मौजूद है।