• होम
  • विज्ञान
  • ख़बरें
  • बिग बैंग के तुरंत बाद नहीं बना था यूनिवर्स, वैज्ञानिकों ने शेयर की चौंकाने वाली जानकारियां

बिग बैंग के तुरंत बाद नहीं बना था यूनिवर्स, वैज्ञानिकों ने शेयर की चौंकाने वाली जानकारियां

50 से अधिक वर्षों पहले की गई स्टडी में देखा जाता था कि कैसे क्वासर से लाइट पास के अंतरिक्ष माध्यम में तैरती हुई गैस द्वारा अवशोषित होती थी।

बिग बैंग के तुरंत बाद नहीं बना था यूनिवर्स, वैज्ञानिकों ने शेयर की चौंकाने वाली जानकारियां

रिसर्चर्स के आंकड़ों के अनुसार, मूल हाइड्रोजन के अंतिम अवशेष बिग बैंग के 1.1 अरब साल बाद आयनित हो गए।

ख़ास बातें
  • रिसर्चर्स यह निर्धारित करने में सक्षम हुए हैं कि कॉस्मिक डॉन कब शुरू हुआ
  • नए रिसर्च में कुल 67 क्वासर से लाइट का विश्लेषण किया गया था
  • मूल हाइड्रोजन के अंतिम अवशेष बिग बैंग के 1.1 अरब साल बाद आयनित हुए
विज्ञापन
अंतरिक्ष में कुछ दूर की वस्तुओं से प्रकाश का विश्लेषण करते हुए, एस्ट्रोनॉमर्स की एक टीम ने हमारे यूनिवर्स के बनने में हुई कई महत्वपूर्ण घटनाओं में से एक के बारे में कुछ अहम जानकारियां इकट्ठी की हैं। रिसर्चर्स की इस टीम ने पता लगाया है कि उन्होंने जितना सोचा था, उससे बहुत बाद में कॉस्मिक डॉन (Cosmic Dawn) समाप्त हुआ था। यदि आप सोच रहे हैं कि कॉस्मिक डॉन का क्या मतलब है, तो बता दें कि बिग बैंग विस्फोट के बाद यूनिवर्स के निर्माण के लिए मंच तैयार होने के बाद भी यह लाखों वर्षों तक हाइड्रोजन से घिरा रहा। इसके बाद, बिल्कुल नए बने तारों और गैलेक्सी से लाइट ने हाइड्रोजन को आयनित किया और इसे छांट दिया और इस तरह धीरे-धीरे इसे गायब कर दिया। इस अवधि को एस्ट्रोनॉमर्स ने कॉस्मिक डॉन के रूप में वर्णित किया है।

वैज्ञानिकों और रिसर्चर्स यह निर्धारित करने में सक्षम हैं कि कॉस्मिक डॉन कब शुरू हुआ, लेकिन इसका अंत बहस का विषय बना हुआ है। इस रहस्य पर और रोशनी डालने के लिए, मैक्स प्लैंक इंस्टीट्यूट फॉर एस्ट्रोनॉमी, जर्मनी के एस्ट्रोनॉमर्स की एक टीम ने बेहद दूर की वस्तुओं से लाइट का उपयोग किया और निष्कर्ष निकाला कि कॉस्मिक डॉन जितना सोचा था, उसकी तुलना में बहुत बाद में खत्म हुआ था।

50 से अधिक वर्षों पहले की गई स्टडी में देखा जाता था कि कैसे क्वासर से लाइट पास के अंतरिक्ष माध्यम में तैरती हुई गैस द्वारा अवशोषित होती थी। क्वासर की एक सीरीज को आकाश में कुछ दूरी पर देखना, लाइट के कारण न्यूट्रल हाइड्रोजन गैस को आयनित करना दर्शाता है।

रिसर्चर्स के लिए यह विचार स्पष्ट हो सकता है, लेकिन उनके लिए केवल कुछ क्वासर का उपयोग करके समयरेखा का फैसला करना मुश्किल हो गया है। जबकि ब्रह्मांड के विस्तार से लाइट विकृत हो जाती है, यह कॉस्मिक डॉन के बाद बने हाइड्रोजन के गैप से भी गुजरता है।

रिसर्च को आगे बढ़ाते हुए, एस्ट्रोनॉमर्स ने रॉयल एस्ट्रोनॉमिकल सोसाइटी के मंथली नोटिस में प्रकाशित नए रिसर्च में कुल 67 क्वासर से लाइट का विश्लेषण किया। उन्होंने आयनीकरण के अधिक दूर के विस्फोटों की पहचान करने के लिए ताजा हाइड्रोजन पॉकेट के प्रभाव को समझने का लक्ष्य रखा।

रिसर्चर्स के आंकड़ों के अनुसार, मूल हाइड्रोजन के अंतिम अवशेष बिग बैंग के 1.1 अरब साल बाद आयनित हो गए।
Comments

लेटेस्ट टेक न्यूज़, स्मार्टफोन रिव्यू और लोकप्रिय मोबाइल पर मिलने वाले एक्सक्लूसिव ऑफर के लिए गैजेट्स 360 एंड्रॉयड ऐप डाउनलोड करें और हमें गूगल समाचार पर फॉलो करें।

ये भी पढ़े: , Cosmic Dawn, Universe, big bang, Big Bang explosion
गैजेट्स 360 स्टाफ The resident bot. If you email me, a human will respond. और भी
Share on Facebook Gadgets360 Twitter ShareTweet Share Snapchat Reddit आपकी राय google-newsGoogle News
 
 

विज्ञापन

Advertisement

#ताज़ा ख़बरें
  1. Air Pollution Effects: वायु प्रदूषण से स्वांस संबंधी इस गंभीर बिमारी का खतरा!
  2. LSG Vs RR Live: लखनऊ और राजस्थान के बीच IPL मैच अब से कुछ ही देर में, यहां देखें फ्री
  3. Apple 12.9 इंच iPad Air में OLED की बजाए LCD पैनल करेगी इस्तेमाल!
  4. Infosys फाउंडर की सलाह पर Wakefit का 70 घंटे काम करने का नया अंदाज, देखें वीडियो
  5. मंगल पर 'मकड़ियों की फौज'! यूरोपियन स्पेस एजेंसी (ESA) ने किया फोटो का खुलासा
  6. मारूति सुजुकी ने हासिल किया 3,878 करोड़ रुपये का रिकॉर्ड प्रॉफिट, SUV की जोरदार डिमांड
  7. MI Vs DC Live: मुंबई इंडियंस Vs दिल्ली कैपिटल्स का IPL मैच कुछ देर में, ऐसे देखें फ्री!
  8. Samsung Galaxy S24 FE मॉडल नम्बर के साथ हुआ स्पॉट, लॉन्च टाइमलाइन भी लीक
  9. Redmi Note 13 Pro+ 5G वर्ल्ड चैम्पियंस एडिशन अगले सप्ताह होगा भारत में लॉन्च
  10. Google Pixel 8a का ऑफिशियल प्रोमो वीडियो लीक, AI फीचर्स का खुलासा
© Copyright Red Pixels Ventures Limited 2024. All rights reserved.
ट्रेंडिंग प्रॉडक्ट्स »
लेटेस्ट टेक ख़बरें »