वैज्ञानिकों ने एक ऐसी व्हेल के बारे में खोज की है जो लगभग 4 करोड़ साल पहले पृथ्वी पर मौजूद सबसे भारी जीव था। इसका आधा अधूरा कंकाल पेरू में मिला है जिसका अध्य्यन करने के बाद वैज्ञानिकों ने अंदाजा लगाया है कि यह धरती पर अब तक का सबसे भारी जीव रहा होगा। इस खोज से पहले ब्लू व्हेल को धरती का सबसे विशालकाय प्राणी माना जाता था। यानि कि डायनासोर से भी बड़ा। लेकिन पेरू की खोज ने शायद इतिहास में एक नया नाम जोड़ दिया है।
वैज्ञानिकों ने इसका नाम Perucetus colossus बताया है। यह पेरू से एक महाकाय व्हेल है जो धरती के सबसे भारी प्राणी के रूप में पहचानी गई है।
NDTV के अनुसार, स्टडी को Nature जर्नल में प्रकाशित किया गया है। पेरू के मरुस्थल में शोधकर्ताओं की अंतर्राष्ट्रीय टीम को बड़ी बड़ी हड्डियां मिली हैं। इन्हें देखकर एक अनुमान लगाया गया है कि ये हड्डियां जिस भी प्राणी की हैं, उसका वजन करीबन कई सौ टन रहा होगा। लेकिन दूसरी ओर ये भी तथ्य है कि गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड में सबसे बड़ी ब्लू व्हेल 190 टन की बताई गई है।
वहीं, पेरु में मिली
व्हेल के बारे में शोधकर्ताओं ने कहा है कि इसका वजन 85 से 340 टन का भी हो सकता है। यानि कि अभी स्पष्ट रूप से नहीं कहा जा रहा है कि असल में व्हेल कितनी भारी रही होगी। इस बारे में स्टडी चल रही है। व्हेल का पहला
जीवाश्म Mario Urbina ने खोजा था। जीवाश्मविज्ञानी ने पेरू के दक्षिणी किनारे पर इसे खोजने में दशकों का समय लगाया है। Urbina का कहना है कि इतने बड़े प्राणी का इतिहास में कोई रिकॉर्ड नहीं है। यह अब तक का सबसे बड़ा प्राणी है। लेकिन जब उन्होंने इसे खोजा था तो किसी ने भी उनकी बात का विश्वास नहीं किया था।
शोधकर्ताओं ने अनुमान लगाया है कि इसकी लम्बाई 20 मीटर, या 65 फीट के लगभग रही होगी। साइट पर भारी भरकम हड्डियां मिली हैं जिनका वजन 200 किलोग्राम बताया गया है। इनमें से चार हड्डियां पसलियों की हैं और एक हिप बोन है। इस प्रक्रिया में कई साल का समय लगा है। इन बड़े जीवाश्मों को इकट्ठा करने के लिए कई यात्राएं हुईं। उसके बाद पेरू और यूरोप के शोधकर्ताओं को कई साल लग गए इस चीज को समझने में कि आखिर उन्होंने खोजा क्या है।