ISRO की बड़ी कामयाबी! LVM3 रॉकेट से एक साथ लॉन्च किए 5805 टन के 36 सैटेलाइट!

यह लॉन्च सुबह 9 बजे के करीब किया गया है।

ISRO की बड़ी कामयाबी! LVM3 रॉकेट से एक साथ लॉन्च किए 5805 टन के 36 सैटेलाइट!

ISRO ने 26 मार्च यानि आज, रविवार को आंध्र प्रदेश के श्रीहरिकोटा से इन सैटेलाइट्स को लॉन्च किया है।

ख़ास बातें
  • जो 36 सैटेलाइट्स इसमें भेजे गए वह 5805 टन के थे।
  • मिशन के तहत 72 सैटेलाइट्स को इसी तरह कक्षा में भेजा जाना है।
  • यह इसरो के लिए अब तक का सबसे बड़ा ऑर्डर है
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भारतीय के स्पेस रिसर्च ऑर्गेनाइजेशन (ISRO) ने एक बार फिर से अंतरिक्ष में इतिहास रच दिया है। इसरो पृथ्वी की निचली कक्षा में एक साथ 36 सैटेलाइट को लॉन्च करके नया कारनामा कर दिखाया है। सैटेलाइट्स की सफलतापूर्वक लॉन्चिंग के बाद अब इसरो ने इसे एक रिकॉर्ड के रूप में कायम कर दिया है। ये सैटेलाइट्स वनवेब इंडिया 2 मिशन के अंतर्गत लॉन्च किए गए हैं। 

ISRO ने 26 मार्च यानि आज, रविवार को आंध्र प्रदेश के श्रीहरिकोटा से इन सैटेलाइट्स को लॉन्च किया है। यह लॉन्च सुबह 9 बजे के करीब किया गया है। श्रीहरिकोटा में सतीश धवन स्पेस सेंटर इन सैटेलाइट्स का लॉन्च सफलतापूर्वक किया गया। इन्हें ले जाने वाला रॉकेट इसरो का सबसे भारी रॉकेट है। ANI की रिपोर्ट के मुताबिक, इसरो ने इतने भारी वजन के साथ इस रॉकेट के माध्यम से सैटेलाइट्स को सफलतापूर्वक लॉन्च कर दिया है। इसका वजन 643 टन है और लम्बाई 43.5 मीटर है। रोचक बात ये भी है कि इस सैटेलाइट कैरिंग रॉकेट से इसरो अब तक 5 सफल लॉन्च कर चुका है। जो 36 सैटेलाइट्स इसमें भेजे गए वह 5805 टन के थे। जो कि अपने आप में एक रिकॉर्ड है। 

इस मिशन के बारे में रिपोर्ट में बताया गया है कि यह न्यू स्पेस इंडिया का दूसरा कमर्शिअल सैटेलाइट मिशन है जो LVM3-M3 से जुड़ा है। इस मिशन को ब्रिटिश कंपनी मैसर्स वन वेब के साथ मिलकर चलाया जा रहा है। वनवेब यूनाइटेड किंगडम की कम्युनिकेशन कंपनी है। इसके साथ भारत, फ्रांस, जापान, अमेरिका, दक्षिण कोरिया की कंपनियां भी साझेदारी में जुड़ी हैं। कंपनी का हेड क्वार्टर लंदन में है। कंपनी दुनियाभर में ब्रॉडबैंड सेवाओं के लिए काम कर रही है। 

इसरो के लिए यह मिशन एक और मायनों में भी महत्वपूर्ण है, क्योंकि यह इसरो के लिए अब तक का सबसे बड़ा ऑर्डर था। जिसमें आज, 26 मार्च को एक साथ 36 सैटेलाइट्स को अंतरिक्ष में भेजा जाना था। मिशन के तहत 72 सैटेलाइट्स को इसी तरह कक्षा में भेजा जाना है। इसलिए यह इसरो के सबसे बड़े ऑर्डरों में से है और कंपनी के लिए एक बड़ी कामयाबी भी है। 
 
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हेमन्त कुमार

हेमन्त कुमार Gadgets 360 में सीनियर सब-एडिटर हैं और विभिन्न प्रकार के ...और भी

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