Elon Musk की SpaceX ने अंतरिक्ष में लॉन्च किए 46 और नए सैटेलाइट्स

रिपोर्ट के अनुसार, लॉन्च किए गए ये नए सैटेलाइट्स ग्रुप 3 का हिस्सा हैं। ये एक शैल यानि सुरक्षा कवच के अंदर परिक्रमा करेंगे क्योंकि ऑर्बिट में पिछले साल नवंबर में रूस के एंटी सैटेलाइट्स टेस्ट के दौरान बिखरे मलबे से इनके टकराने की संभावना है।

विज्ञापन
गैजेट्स 360 स्टाफ, अपडेटेड: 13 अगस्त 2022 22:39 IST
ख़ास बातें
  • लॉन्च किए गए ये नए सैटेलाइट्स ग्रुप 3 का हिस्सा हैं
  • ये एक शैल यानि सुरक्षा कवच के अंदर परिक्रमा करेंगे
  • Falcon 9 रॉकेट के माध्यम से 46 सैटलाइट अंतरिक्ष में छोड़े गए

SpaceX इसके पहले दो अन्य ग्रुप 3 सैटेलाइट्स को जुलाई में लॉन्च कर चुकी है

अरबपति Elon Musk की स्पेस कंपनी SpaceX ने Starlink सैटेलाइट का एक और जत्था अंतरिक्ष में लॉन्च कर दिया है। स्पेसएक्स ने ये सैटेलाइट शुक्रवार को पृथ्वी की निचली कक्षा में स्थापित कर दिए। कंपनी ने इनके लॉन्च के बारे में Twitter हैंडल के माध्यम से जानकारी दी। स्पेसएक्स स्टारलिंक सैटेलाइट इंटरनेट सर्विस मुहैया करवाती है और यह अपने सैटेलाइट्स की संख्या लगातार बढ़ाती जा रही है, ताकि दुनिया के उन कोनों में भी सैटेलाइट के माध्यम से इंटरनेट की पहुंच हो जाए, जहां तक वायर्ड इंटरनेट की पहुंच संभव नहीं है। 

SpaceX ने एक रिपोर्ट के माध्यम से जानकारी दी कि Falcon 9 रॉकेट के माध्यम से 46 सैटलाइट अंतरिक्ष में छोड़े गए हैं। इन्हें Space Launch Complex 4 East (SLC-4E) स्टेशन से ऑर्बिट में स्थापित किया गया है। यह स्टेशन कैलिफॉर्निया के वेंडनबर्ग स्पेस फोर्स बेस में स्थित है। लॉन्च के 9 मिनट बाद रॉकेट प्रशांत महासागर में एक ड्रोन शिप पर लैंड हुआ। कुछ ही देर में इसे वहां से लिफ्ट कर लिया गया। सेकंड स्टेज में 63 मिनट बाद सैटेलाइट्स को अंतरिक्ष में स्थापित करना था, जिसके पहले लाइव स्ट्रीम को बंद कर दिया गया। 

SpaceNews की रिपोर्ट के अनुसार, लॉन्च किए गए ये नए सैटेलाइट्स ग्रुप 3 का हिस्सा हैं। ये एक शैल यानि सुरक्षा कवच के अंदर परिक्रमा करेंगे क्योंकि ऑर्बिट में पिछले साल नवंबर में रूस के एंटी सैटेलाइट्स टेस्ट के दौरान बिखरे मलबे से इनके टकराने की संभावना है। स्पेस ट्रैकिंग कंपनी COMSPOC ने हाल ही में एक ऐसे ही टकराव की घटना का खुलासा किया था जिसमें 841 स्टारलिंक सैटेलाइट्स के प्रभावित होने की बात कही गई थी। ये 841 सैटेलाइट्स स्पेसएक्स के पूरे सैटेलाइट तारामंडल का 30 प्रतिशत हिस्सा बनाते हैं। 

SpaceX ने अभी तक किसी स्टारलिंक सैटेलाइट के प्रभावित होने की बात पर कोई टिप्पणी नहीं की है। लेकिन पिछले दिनों कंपनी ने स्पेस में फैले मलबे के बारे में बात करते हुए कहा था कि इसके सैटेलाइट्स स्पेसक्राफ्ट या बिखरे मलबे के करीब आ रहे हैं। Teslarati के अनुसार, Group 3 को 97.6 डिग्री की इनक्लाइनेशन पर और 347 मील यानि 560 किलोमीटर के एल्टीट्यूड पर स्थापित किया गया है। SpaceX इसके पहले ही दो अन्य ग्रुप 3 सैटेलाइट्स को 10 जुलाई और 22 जुलाई को वेंडनबर्ग से ऑर्बिट में भेज चुकी है। 
 

लेटेस्ट टेक न्यूज़, स्मार्टफोन रिव्यू और लोकप्रिय मोबाइल पर मिलने वाले एक्सक्लूसिव ऑफर के लिए गैजेट्स 360 एंड्रॉयड ऐप डाउनलोड करें और हमें गूगल समाचार पर फॉलो करें।

The resident bot. If you email me, a human will respond. ...और भी
Advertisement
Popular Brands
#ट्रेंडिंग टेक न्यूज़
  1. क्रिप्टो मार्केट पर बिकवाली की मार, Bitcoin का प्राइस 1,05,000 डॉलर से नीचे
#ताज़ा ख़बरें
  1. Mahindra की XEV 9e और BE 6 इलेक्ट्रिक SUVs को जोरदार रिस्पॉन्स, 10,000 यूनिट्स की डिलीवरी
  2. भारत में जल्द सैटेलाइट इंटरनेट सर्विस लॉन्च कर सकती है Elon Musk की Starlink
  3. AI का इस्तेमाल बढ़ने के बावजूद इंजीनियर्स की हायरिंग जारी रखेगी Google
  4. Oppo की Reno 14 के लॉन्च की तैयारी, NBTC साइट पर हुई लिस्टिंग
  5. Jio ने 5G कवरेज, क्वालिटी और अपलोड स्पीड में मारी बाजी, Airtel की डाउनलोड स्पीड पर पकड़ बरकरार!
  6. Nintendo Switch 2 में मिला 7.9-इंच डिस्प्ले, 30 गेम्स का सपोर्ट और 120Hz रिफ्रेश रेट, इस कीमत पर हुआ लॉन्च
  7. Xiaomi 16 में मिल सकता है 6.9 इंच डिस्प्ले, 7,000mAh की बैटरी
  8. Redmi Pad 2 भारत में 18 जून को होगा लॉन्च, डिजाइन और स्पेसिफिकेशंस हुए टीज
  9. Tecno Pova Curve 5G की भारत में शुरू हुई बिक्री, जानें प्राइस, ऑफर्स
  10. Upcoming Smartphones (June 2025): जून में लॉन्च होंगे Vivo, Poco और OnePlus के ये 3 स्मार्टफोन!
Download Our Apps
Available in Hindi
© Copyright Red Pixels Ventures Limited 2025. All rights reserved.