26 लाख साल पुराना सागर 50 सालों में हो गया गायब! NASA की चौंकाने वाली रिपोर्ट

यह 1960 में तब सूखना शुरू हुआ था जब इसमें पानी भरने वाली नदियों को सोवियत में सिंचाई हेतु मोड़ दिया गया था। 

26 लाख साल पुराना सागर 50 सालों में हो गया गायब! NASA की चौंकाने वाली रिपोर्ट

Photo Credit: X/99blackbaloons

अरल सागर 50 सालों में हो चुका है गायब

ख़ास बातें
  • कजाकिस्तान और उज्बेकिस्तान के बीच था सागर
  • सिंचाई परियोजना के आते ही सागर सूखना शुरू हो गया
  • यह दुनिया की चौथी सबसे बड़ी वॉटर बॉडी थी
विज्ञापन
क्लाइमेट चेंज किस कदर पृथ्वी की सूरत बदल रहा है, इसका एक चौंकाने वाला उदाहरण नासा ने तस्वीर के जरिए बताया है। कुछ ही सालों में देखते-देखते एक पूरा सागर धरती से गायब हो जाता है! क्या आप यकीन करेंगे? ऐसा हुआ है! जनवरी 2024 लगातार दूसरा महीना बताया गया है जब ग्लोबल टेम्परेचर नॉर्मल से ज्यादा आंका गया है। बल्कि इसने ग्लोबल औसत तापमान को 1.5 डिग्री के थ्रेशहोल्ड से भी ऊपर पहुंचा दिया है। 1.5 डिग्री वह सीमा है जिससे ऊपर अगर धरती गर्म होती है तो इसके विनाशकारी परिणाम होंगे। 

ग्लोबल वार्मिंग पृथ्वी को किस कदर नुकसान पहुंचा सकती है, इसका अंदाजा नासा के द्वारा शेयर की गई एक फोटो से लगा सकते हैं। कजाकिस्तान और उज्बेकिस्तान के बीच कभी एक सागर हुआ करता था, जिसका नाम अरल सागर था। यह सागर 68 हजार स्क्वेयर किलोमीटर में फैला था। यह दुनिया की चौथी सबसे बड़ी वॉटर बॉडी थी जो चारों ओर से जमीन से घिरी थी। लेकिन यह 2010 तक पूरा सूख गया! NDTV की रिपोर्ट में कहा गया है कि यह 1960 में तब सूखना शुरू हुआ था जब इसमें पानी भरने वाली नदियों को सोवियत में सिंचाई हेतु मोड़ दिया गया था। 

NASA की Earth Observatory ने अरल सागर से जुड़ी पूरी रिपोर्ट पेश की है। जिसके मुताबिक सोवियत संघ ने सिंचाई हेतु 1960 में इस क्षेत्र की दो बड़ी नदियों- सिर दरिया, और अमु दरिया को मोड़ दिया था ताकि मरुस्थल में बनाए गए कपास के खेतों और दूसरी फसलों को पानी दिया जा सके। जिसके बाद अरल सागर सूखना शुरू हो गया। 

Encyclopaedia Britannica के अनुसार, लगभग 26 लाख साल पहले अरल सागर बना था जब दोनों नदियों ने अपने प्रवाह का रास्ता बदला था। सागर जब अपने पूरे आकार में था, तब यह उत्तर से दक्षिण दिशा में 435 किलोमीटर में फैला हुआ था, और पूर्व से पश्चिम में 290 किलोमीटर के दायरे में फैला था। सिंचाई परियोजना के आते ही सागर सूखना शुरू हो गया और इसका सारा पानी भाप बनकर उड़ गया। इस पुराने पानी के स्रोत के बचाने के लिए कजाकिस्तान ने अंतिम प्रयास भी किया। देश ने इसके उत्तर से दक्षिण में एक बांध बना दिया। लेकिन पूरे सागर को पानी से नहीं भरा जा सका। अब इसके छोटे से हिस्से में ही पानी दिखाई देता है। 
Comments

लेटेस्ट टेक न्यूज़, स्मार्टफोन रिव्यू और लोकप्रिय मोबाइल पर मिलने वाले एक्सक्लूसिव ऑफर के लिए गैजेट्स 360 एंड्रॉयड ऐप डाउनलोड करें और हमें गूगल समाचार पर फॉलो करें।

हेमन्त कुमार

हेमन्त कुमार Gadgets 360 में सीनियर सब-एडिटर हैं और विभिन्न प्रकार के ...और भी

Share on Facebook Gadgets360 Twitter ShareTweet Share Snapchat Reddit आपकी राय google-newsGoogle News
 
 

विज्ञापन

Advertisement

#ताज़ा ख़बरें
  1. 15 साल, 3900 घंटे के डेटा रिसर्च ने खोला ब्लू व्हेल के बारे में बड़ा राज!
  2. अंतरिक्ष में कबाड़ की फोटो पहली बार आई सामने, जापानी सैटेलाइट ने देखा 3 टन का टूटा रॉकेट!
  3. सूरज में फिर दो बड़े धमाके! धरती की ओर चला सौर तूफान ...
  4. Xiaomi Mix Flip की रियल लाइफ इमेज लीक, डुअल कैमरा के साथ गोल्डन फिनिश में आया नजर
  5. Tecno Camon 30 सीरीज भारत में 50MP कैमरा, 5000mAh बैटरी, 70W चार्जिंग के साथ 18 मई को होगी लॉन्च!
  6. लोकसभा चुनाव का होगा कारों की बिक्री पर असरः टाटा मोटर्स
  7. TCL ने सस्ता TV Thunderbird Sparrow 5 SE किया लॉन्च, 60Hz डिस्प्ले, HDR10 जैसे फीचर्स, जानें कीमत
  8. Latest OTT Release This Week: मर्डर, मिस्ट्री, Sci-Fi एक्शन से भरपूर ये वेब सीरीज इस हफ्ते करेंगी खूब मनोरंजन
  9. Infinix GT 20 Pro फोन भारत में 108MP कैमरा, 5000mAh बैटरी, 45W चार्जिंग के साथ 21 मई को होगा लॉन्च
  10. OnePlus 12, OnePlus Open में मिले चार ब्लॉटवेयर ऐप! यूजर्स ने उठाया मुद्दा
© Copyright Red Pixels Ventures Limited 2024. All rights reserved.
ट्रेंडिंग प्रॉडक्ट्स »
लेटेस्ट टेक ख़बरें »