Apple ने 12 सितंबर को कैलिफोर्निया के कूपर्टीनो में मौजूद ऐप्पल पार्क कैंपस में इवेंट के दौरान
iPhone XR,
iPhone XS, और
iPhone XS Max को लॉन्च किया था। iPhone X के अपग्रेड वर्जन है iPhone XS और iPhone XS Max मॉडल। आईफोन XS और आईफोन XS Max इस महीने से ही बिक्री के लिए उपलब्ध होंगे। लेकिन iPhone 2018 का सस्ता वेरिएंट आईफोन XR की ब्रिकी अक्टूबर के अंत तक ही शुरू होगी। कुछ विश्लेषकों के मुताबिक, हार्डवेयर और सॉफ्टवेयर में समस्या की वजह से iPhone XR की सेल में देरी हो रही है।
iPhone XS और iPhone XS Max दोनों ही मॉडल की प्री-ऑर्डर बुकिंग 14 सिंतबर से शुरू हो गई है। इन्हें 21 सितंबर से उपलब्ध करा दिया जाएगा। भारत में ये दोनों ही फोन 28 सितंबर से उपलब्ध होंगे। iPhone XR की प्री-ऑर्डर बुकिंग 19 अक्टूबर से शुरू होगी। मार्केट में इसे 26 अक्टूबर से उपलब्ध करा दिया जाएगा। वेबसाइट
The Verge की रिपोर्ट के मुताबिक,आईडीसी के मार्केट रीसर्चर ने दावा किया है कि हार्डवेयर में समस्या की वजह से देरी हुई है। आईडीसी के रिसर्च ऑन मोबाइल डिवाइस के वाइस प्रेसिडेंट Ryan Reith ने कहा कि हमें पता चला है कि सॉफ्टवेयर में समस्या की वजह से बिक्री में देरी हो रही है। एलसीडी स्क्रीन के साथ बहुत सारे सॉफ्टवेयर शामिल हैं, क्योंकि यह पहला (एलसीडी डिस्प्ले) नॉच और फुल स्क्रीन वाला ऐप्पल हैंडसेट है। उन्होंने कहा कि iPhone XS और iPhone XS Max में मौजूद ओलेड डिस्प्ले की तरह एलसीडी डिस्प्ले आसानी से मुड़ती नहीं है। यही वजह है कि iPhone XR को बेजल लेस डिजाइन देना काफी कड़ी चुनौती है।
The Verge रिपोर्ट में सिंगापुर की मार्केट रिसर्च कंपनी Canalys ने पूर्वानुमान लगाया है। कंपनी का कहना है कि ग्राहक नए आईफोन के लिए इतने भी उत्सुक नहीं है कि वह आईफोन XR की सेल में देरी की वजह से iPhone XS वेरिएंट को खरीद लें। वरिष्ठ विश्लेषक Ben Stanton ने कहा कि iPhone XS मॉडल और आईफोन XR वेरिएंट के बीच कीमत का अंतर काफी ज्यादा है।