हवाई यात्रा के दौरान फोन को फ्लाइट मोड पर रखना क्यों है जरूरी, जानें पूरा सच

फ्लाइट के दौरान यात्रियों को नियमित रूप से अपने मोबाइल फोन को फ्लाइट मोड में रखने के लिए कहा जाता है।

विज्ञापन
Written by साजन चौहान, अपडेटेड: 13 जून 2025 13:04 IST
ख़ास बातें
  • आज के समय में हवाई यात्रा बहुत ही आम हो गई है।
  • सिर्फ कुछ ही घंटों में हजारों किमी की लंबी यात्रा पूरी हो जाती है।
  • फ्लाइट के दौरान यात्रियों को फोन फ्लाइट मोड पर रखने की सलाह दी जाती है।

हवाई यात्रा में फोन फ्लाइट मोड पर क्यों जरूरी है।

Photo Credit: Pexels/Pixabay

आज के समय में हवाई यात्रा बहुत ही आम हो गई है। सिर्फ कुछ ही घंटों में हजारों किमी की लंबी यात्रा पूरी हो जाती है। फ्लाइट के दौरान यात्रियों को नियमित रूप से अपने मोबाइल फोन को फ्लाइट मोड में रखने के लिए कहा जाता है। यह क्यों जरूरी है और इसे नजरअंदाज करने के संभावित खतरे क्या हैं। फ्लाइट मोड जिसे एयरप्लेन मोड भी कहा जाता है, सेलुलर, वाई-फाई और ब्लूटूथ समेत फोन के वायरलेस कम्युनिकेशन फंक्शन को रोक देता है। फोन को फ्लाइट मोड में रखना सिर्फ सुझाव नहीं है, बल्कि एविएशन एक्सपर्ट और रेगुलेटरी ऑथोरिटी का जरूरी सुरक्षा उपाय है। ऐसा करके आप सुरक्षा को बढ़ाने के साथ-साथ अपने फोन की बैटरी लाइफ को भी बचाते हैं। अब जब भी हवाई यात्रा करें तो फोन को फ्लाइट मोड पर स्विच करना न भूलें।

जब भी आपने हवाई जहाज में यात्रा की होगी तो आपको पता होगा कि फ्लाइट के दौरान आपको अपना फोन मुख्य रूप से सरक्षा और विनियामक कारणों से फ्लाइट मोड में रखने के लिए कहा जाता है। पर क्या आपको पता है कि ऐसा क्यों किया जाता है या इसके पीछे की वजह क्या है? आज हम आपको यहां बता रहे हैं कि विमान में उड़ान के दौरान फोन या अन्य इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस को फ्लाइट मोड में रखने के लिए क्यों कहा जाता है।

फ्लाइट मोड क्या होता है?
फ्लाइट मोड एयरक्राफ्ट सिस्टम के लिए जोखिमों को कम करने और इंटरनेशनल एविएशन नियमों का पालन के लिए किया जाता है। फ्लाइट मोड में फोन के सेलुलर, वाई-फाई और ब्लूटूथ बंद हो जाते हैं। हालांकि, आमतौर पर वाई-फाई और ब्लूटूथ को मैनुअली ऑन किया जा सकता है, अगर एयरलाइन इन-फ्लाइट एंटरटेनमेंट या मैसेजिंग के लिए अनुमति देती है।

रेडियो फ्रीक्वेंसी में रुकावट
Advertisement
फोन लगातार सेल टावर से कनेक्ट होने की कोशिश करते हैं। क्रूजिंग ऊंचाई पर फोन दूर के टावर तक पहुंचने के लिए अपनी सिग्नल पावर बढ़ा सकते हैं, जिससे रेडियो वेव्स निकलती हैं जो प्लेन के कम्युनिकेशन और नेविगेशन सिस्टम में रुकावट डाल सकती हैं। हालांकि, आधुनिक विमान बेहतर तरीके से तैयार होते हैं, जिसमें इसकी रुकावट कम होती है, लेकिन फिर भी पायलट हेडफोन में नॉयज पैदा हो सकता है। इससे संवेदनशील इक्विपमेंट प्रभावित हो सकते हैं, खासतौर पर टेकऑफ और लैंडिंग के दौरान जब सबसे ज्यादा ध्यान देना होता है।

नेटवर्क बाधा
ज्यादा ऊंचाई पर फोन एक साथ जमीन पर कई टावर से कनेक्ट होने का प्रयास कर सकता है, जिससे सेलुलर नेटवर्क बाधित हो सकता है और खराब सिग्नल रूटिंग या कनेक्शन ड्रॉप हो सकता है।
Advertisement

नियामक अनुपालन
यूएस में फेडरल एविएशन एडमिनिस्ट्रेशन (FAA) और यूरोपियन यूनियन एविएशन सेफ्टी एजेंसी (EASA) जैसे एविएशन ऑथेरिटी के अनुसार फ्लाइट के दौरान इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस को एयरप्लेन मोड में रखना जरूरी है, जब तक कि एयरलाइन द्वारा खासतौर पर अनुमति न दी जाए।
Advertisement

बैटरी और डिवाइस स्टेबिलिटी
अधिक ऊंचाई पर लगातार सिग्नल सर्च करने के लिए फोन की बैटरी जल्दी खत्म हो जाती है और इससे डिवाइस गर्म हो सकता हैं तो ऐसे में विमान में फोन को फ्लाइट मोड में रखने की सलाह दी जाती है।
Advertisement

 

लेटेस्ट टेक न्यूज़, स्मार्टफोन रिव्यू और लोकप्रिय मोबाइल पर मिलने वाले एक्सक्लूसिव ऑफर के लिए गैजेट्स 360 एंड्रॉयड ऐप डाउनलोड करें और हमें गूगल समाचार पर फॉलो करें।

साजन चौहान Gadgets 360 में सीनियर सब ...और भी

Advertisement
Popular Brands
#ट्रेंडिंग टेक न्यूज़
  1. Google कर रहा Android 17 लाने की तैयारी, जानें कब होगा पेश और कैसे अपग्रेड और फीचर्स मिलेंगे
  2. AI+ Laptap की लॉन्च टाइमलाइन का खुलासा, लैपटॉप जैसा एक्सपीरिएंस देगा ये टैबलेट!
  3. iPhone में संचार साथी ऐप को प्री-इंस्टॉल नहीं करेगी Apple!
#ताज़ा ख़बरें
  1. Redmi 15C 5G कल होगा भारत में लॉन्च, 50 मेगापिक्सल डुअल रियर AI कैमरा
  2. iPhone में संचार साथी ऐप को प्री-इंस्टॉल नहीं करेगी Apple!
  3. क्या होता है GPS Spooing? जिससे भारत के 7 बड़े एयरपोर्ट्स को बनाया गया था निशाना? यहां जानें
  4. Sanchar Saathi कैसे काम करता है? जानिए इसके 6 सबसे काम के फीचर्स
  5. Poco C85 5G जल्द होगा भारत में लॉन्च, 50 मेगापिक्सल का प्राइमरी AI कैमरा
  6. AI+ Laptap की लॉन्च टाइमलाइन का खुलासा, लैपटॉप जैसा एक्सपीरिएंस देगा ये टैबलेट!
  7. VinFast की भारत में जल्द इलेक्ट्रिक स्कूटर लॉन्च करने की तैयारी
  8. Vivo X300 vs OnePlus 15 vs Google Pixel 10: 80K में जानें कौन सा फोन है बेहतर
  9. OnePlus 15R और OnePlus Pad Go 2 का लॉन्च 17 दिसंबर को, यहां जानें कंफर्म्ड स्पेसिफिकेशंस और लाइव स्ट्रीमिंग डिटेल्स
  10. स्मार्टफोन्स में Sanchar Saathi ऐप को डिलीट करने का मिलेगा ऑप्शनः टेलीकॉम मिनिस्टर
Download Our Apps
Available in Hindi
© Copyright Red Pixels Ventures Limited 2025. All rights reserved.