Elon Musk ने बीते शुक्रवार को Twitter को खरीदने की डील से अपने हाथ वापस खींच लिए थे। इस फैसले के खिलाफ ट्विटर ने मुकदमा दायर किया है। एलन मस्क ने सोशल मीडिया कंपनी पर आरोप लगाया था कि कंपनी फेक अकाउंट्स की जानकारी देने में फेल हो गई है। माइक्रोब्लॉगिंग प्लेटफॉर्म ने पहले ही कह दिया गया कि अगर डील पूरी नहीं होती तो वह एलन मस्क के खिलाफ मुकदमा दायर करेगी और आखिरकार वह कदम उठा लिया गया है। यह खबर सामने आने के बाद ट्विटर के की एक्सटेंडेट ट्रेडिंग में 7 प्रतिशत की गिरावट आई है। कंपनी ने उसके ऑपरेशंस को बाधित करने और स्टॉकहोल्डर वैल्यू को बर्बाद करने के लिए मस्क पर मुकदमा किया है।
गौरतलब है कि एलन मस्क इस डील से पीछे हट गए हैं। बीते दिनों उन्होंने Twitter को भेजे गए पत्र में कहा था कि कंपनी एलन मस्क को पर्याप्त सूचना देने में सफल नहीं हो पाई है। वहीं, शर्तों में एक शर्त ये भी है कि अगर एलन मस्क इस डील से इनकार करते हैं तो उन्हें 1 बिलियन डॉलर की रकम हर्जाने के रूप में भरनी होगी। एलन मस्क पर एक मुकदमा पहले से चल रहा है जिसमें उन पर ट्विटर के शेयरों को गिराने का आरोप लगाया गया है। मई में एलन मस्क ने कहा कि वह डील को तब तक होल्ड पर डाल रहे हैं जब तक कि कंपनी ये साबित नहीं कर देती कि इसके कुल यूजर्स में स्पैम बॉट या फेक अकाउंट्स केवल 5 प्रतिशत हैं।
अप्रैल में एलन मस्क ने ट्विटर के साथ 54.20 डॉलर प्रति शेयर के हिसाब से लगभग 44 बिलियन डॉलर में ये डील की थी। उसके बाद मई में मस्क ने इस डील को होल्ड पर डाल दिया। उन्होंने अपनी टीम से कहा कि ट्विटर के उस दावे, जिसमें वह साइट पर 5 प्रतिशत से कम बॉट अकाउंट्स होने की बात कह रहा है, की जांच करे।
जून में एलन मस्क ने ट्विटर को चेतावनी भी दी थी कि अगर कंपनी अपने फेक अकाउंट्स की जानकारी देने में विफल हो जाती है तो वह डील से वापस हट सकते हैं। इसी के जवाब में ट्विटर ने मस्क से इसके रॉ डेटा के फायरहोज की एक्सेस देने की पेशकश की थी, जिसमें रोजाना लाखों ट्वीट आते हैं। ट्विटर ने कहा था कि ये प्राइवेट डेटा असली अकाउंट्स को स्पैम की तरह पहचान किए जाने से रोकता है।