हाइड्रोजन पर चलने वाली कार या थ्री-व्हीलर के बारे में आपने सुना होगा, लेकिन अब कई देश हाइड्रोजन पर चलने वाली ट्रेन पर काम कर रहे हैं। पिछले साल अगस्त में जर्मनी ने दुनिया की पहली हाइड्रोजन पावर्ड ट्रेन को लॉन्च किया था और अब, चीन के पास भी हाइड्रोजन से पावर लेने वाली ट्रेन है। एक रिपोर्ट में बताया गया है कि चीन में इस ट्रेन का प्रोडक्शन शुरू हो चुका है। यह ट्रेन 160 Kmph की स्पीड पर दौड़ सकती है और इसकी रेंज 600 Km बताई गई है।
Rushlane के
अनुसार, 28 दिसंबर 2022 को, चीन की पहली हाइड्रोजन पावर्ड ट्रेन का प्रोडक्शन शुरू कर दिया गया है। इस ट्रेन को शिनजिन में चेंगदू स्थित सीआरआरसी प्रोडक्शन फैसेलिटी बनाया जाएगा। ट्रेन को नवंबर 2022 में 5वें चाइना इंटरनेशनल इम्पोर्ट एक्सपो (CIIE) के ऑटोमोबाइल एक्स्पो में दिखाया गया था। इसे CRRC चांगचुन रेलवे कंपनी और चेंगदू रेल ट्रांजिट द्वारा साथ मिलकर विकसित किया गया है।
रिपोर्ट बताती है कि ट्रेन में हाइड्रोजन पावर का एक बिल्ड इन सिस्टम शामिल है, जिसकी बदलौत इसकी रेंज 600 किलोमीटर हो जाती है और इसकी टॉप स्पीड 160 किमी/घंटा बताई गई है। रिपोर्ट आगे बताती है कि 500 किलोमीटर के रूट पर टॉप स्पीड पर चलने पर ये ट्रेन प्रति वर्ष 10,000 किलोग्राम से अधिक कार्बन डाइऑक्साइड उत्सर्जन को कम करने में सक्षम होगी।
चीन की हाइड्रोजन संचालित ट्रेन की क्षमता कथित तौर पर 1,502 यात्रियों की है और यह ऑटोमैटिक वेक अप, स्टार्ट/स्टॉप और डिपो में वापसी की लेटेस्ट सुविधाओं के साथ आती है। इसमें इंटेलिजेंट मॉनिटरिंग सिस्टम मिलता है।
हाइड्रोजन पर काम करने वाले इंजन दुनिया का भविष्य प्रतीत होते हैं। जर्मनी और चीन ही नहीं, भारत भी इस क्षेत्र में पहला कदम बढ़ा चुका है। भारत इस साल अपनी पहली घरेलू निर्मित, हाइड्रोजन-संचालित ट्रेन शुरू करने जा रहा है। 'वंदे मेट्रो' नाम की ट्रेन 1950 और 60 के दशक में डिजाइन की गई ट्रेनों की जगह लेगी। स्वदेशी रूप से डिजाइन और निर्मित ये हाइड्रोजन ट्रेन दिसंबर 2023 में शुरू होगी और इसका डिजाइन इस साल मई या जून तक पूरा होने सकता है।