• होम
  • इंटरनेट
  • ख़बरें
  • बाजार में आई दुनिया की सबसे महंगी दवा, एक डोज की कीमत 28 करोड़ रुपये! इस गंभीर बीमारी में होगी इस्तेमाल

बाजार में आई दुनिया की सबसे महंगी दवा, एक डोज की कीमत 28 करोड़ रुपये! इस गंभीर बीमारी में होगी इस्तेमाल

कंपनी का कहना है कि इसके बाजार में आने से हेल्थ केयर में लागत बहुत कम हो जाएगी।

बाजार में आई दुनिया की सबसे महंगी दवा, एक डोज की कीमत 28 करोड़ रुपये! इस गंभीर बीमारी में होगी इस्तेमाल

Photo Credit: Twitter/FDA

USFDA ने Hemgenix को अप्रूवल दिया है। इसे CSL कंपनी ने बनाया है।

ख़ास बातें
  • Hemgenix दुनिया की सबसे महंगी दवा है।
  • हीमोफिलिया बी डिसॉर्डर को ठीक करने में होगी इस्तेमाल।
  • एक डोज की कीमत 28 करोड़ रुपये भी ज्यादा।
विज्ञापन
दुनिया की सबसे महंगी दवा बाजार में आई है जिसका नाम हेमजेनिक्स (Hemgenix) है। इसे अमेरिकी फूड एंड ड्रग एडमिनिस्ट्रेशन ने मान्यता भी दे दी है। इस दवा की कीमत सुनकर आप चौंक जाएंगे। Hemgenix की एक डोज की कीमत 35 लाख डॉलर के करीब रखी गई है। भारतीय करेंसी के हिसाब से देखें तो इसकी एक डोज की कीमत 28 करोड़ रुपये के लगभग बैठती है। हेमजेनिक्स को सीएसएल कंपनी ने बनाया है। दवा की इतनी ज्यादा कीमत होने की वजह भी एफडीए ने बताई है। यह दवा ऐसी बीमारी के लिए इस्तेमाल होगी जो बहुत ही दुर्लभ है और जिसका इलाज बहुत महंगा है। 

Hemgenix को अमेरिका में FDA ने अप्रूवल दिया है और इसकी कीमत 28 करोड़ रुपये के लगभग है। यह सिर्फ एक डोज की कीमत है। दवा इतनी महंगी इसलिए है क्योंकि यह एक जेनेटिक बीमारी के इलाज में इस्तेमाल के लिए बनाई गई है। इसे हीमोफिलिया बी के इलाज के लिए इस्तेमाल किया जाएगा। यह एक ऐसी बीमारी है जिसमें खून का थक्का जमना कम हो जाता है। उदाहरणत: अगर किसी व्यक्ति को चोट लग जाती है तो कुछ देर में वहां पर खून का थक्का बनकर खून शरीर से बाहर गिरना बंद हो जाता है। लेकिन हीमोफीलिया बी से ग्रसित व्यक्ति में यह थक्का आसानी से नहीं जमता है और खून को बहने से रोकना बहुत मुश्किल हो जाता है। 

हेमजेनिक्स इस बीमारी के लिए जीन थैरेपी के रूप में उतारी गई है। यह ऐसी दवा है जिसका वन टाइम डोज ही इस बीमारी को ठीक करने के लिए काफी होगा। इसीलिए FDA का कहना है कि इस दवा की जो कीमत रखी गई है वह बिल्कुल वाजिब है। पहला तो ये कि यह बीमारी ऐसी है जिसका इलाज करना संभव नहीं था और व्यक्ति पूरी उम्र इससे जूझता था। इसलिए इसकी दवा बनना बहुत बड़ी उपलब्धि है। दूसरा ये कि इस दवा को बनाने में सालों का शोध और मेहनत शामिल है। इसलिए इसकी जो भी कीमत रखी गई है, वह एकदम सही है। 

रॉयटर्स की रिपोर्ट के अनुसार, कंपनी का कहना है कि इसके बाजार में आने से हेल्थ केयर में लागत बहुत कम हो जाएगी। हीमोफीलिया बी एक ऐसा डिसॉर्डर है जिसका इलाज बहुत दुर्लभ है। यह गंभीर बीमारी है और 40 हजार लोगों में से किसी एक में पाई जाती है। हेमजेनिक्स के बारे में कहा गया है कि यह लीवर में क्लॉटिंग प्रोटीन के लिए जीन देता है और उसके बाद बीमारी से ग्रसित व्यक्ति इस जीन को स्वयं ही अपने शरीर में बनाने लगता है। 
Comments

लेटेस्ट टेक न्यूज़, स्मार्टफोन रिव्यू और लोकप्रिय मोबाइल पर मिलने वाले एक्सक्लूसिव ऑफर के लिए गैजेट्स 360 एंड्रॉयड ऐप डाउनलोड करें और हमें गूगल समाचार पर फॉलो करें।

हेमन्त कुमार

हेमन्त कुमार Gadgets 360 में सीनियर सब-एडिटर हैं और विभिन्न प्रकार के ...और भी

Share on Facebook Gadgets360 Twitter ShareTweet Share Snapchat Reddit आपकी राय google-newsGoogle News

विज्ञापन

Follow Us

विज्ञापन

#ताज़ा ख़बरें
  1. इलेक्ट्रिक टू-व्हीलर्स के मार्केट में चैम्पियन बनी Bajaj Auto
  2. I4C की मदद से धोखाधड़ी वाली इंटरनेशनल कॉल्स में हुई 97 प्रतिशत की कमी
  3. MG Motor की Windsor EV ने मार्च में बनाया सेल्स का रिकॉर्ड
  4. Garmin Vivoactive 6 स्मार्टवॉच 11 दिनों के बैटरी बैकअप, 80 से ज्यादा स्पोर्ट्स मोड्स के साथ हुई लॉन्च, जानें कीमत
  5. Rs 1 लाख के Samsung Galaxy S24+ को आधी कीमत में खरीदने का मौका, यहां जानें पूरी डील
  6. बिटकॉइन खरीदने के लिए गोल्ड का रिजर्व बेच सकती है अमेरिकी सरकार
  7. भारत में एक और TV ब्रांड 10 अप्रैल को करेगा एंट्री
  8. Vivo का V50e 10 अप्रैल को होगा भारत में लॉन्च, 50 मेगापिक्सल का प्राइमरी कैमरा
  9. HMD ने लॉन्च किए म्यूजिक कंट्रोल्स वाले 130 Music और 150 Music फीचर फोन, कीमत Rs 1,899 से शुरू
  10. Jio ने 5G डाउनलोड और अपलोड स्पीड में मारी बाजी, आया टॉप पर
© Copyright Red Pixels Ventures Limited 2025. All rights reserved.
ट्रेंडिंग प्रॉडक्ट्स »
लेटेस्ट टेक ख़बरें »