Google ने भारत में Play Store के बिलिंग सिस्टम को लागू करने की तारीख बढ़ा दी है। कंपनी ने कहा है कि वह Google Play के बिलिंग सिस्टम की समयसीमा को 31 मार्च 2022 से 31 अक्टूबर 2022 के लिए बढ़ा रही है। इससे उन डिवेलपर्स को समय मिल गया है, जो भारत में अपने ऐप और इन-ऐप कंटेंट को Google Play के जरिए बेचते हैं। अब डिवेलपर्स को Google Play के बिलिंग सिस्टम से इंटीग्रेट होने के लिए सात महीने और मिल गए हैं। इस सिस्टम के तहत डिवेलपर्स को ऐप पर्चेज के लिए Google को कमीशन देना होगा।
Gadgets 360 को दिए बयान में Google के एक प्रवक्ता ने कहा कि भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) द्वारा जारी की गईं डिजिटल पेमेंट्स गाइडलाइंस को देखते हुए टाइमलाइन को बढ़ाया गया है।
प्रवक्ता ने कहा कि भारत में Play के बिलिंग सिस्टम के साथ डिवेलपर्स को इंटीग्रेट करने के लिए हमने 31 मार्च 2022 की टाइमलाइन घोषित की थी। डिवेलपर्स को UPI और वॉलेट समेत सुविधाजनक यूजर पेमेंट सिस्टम के माध्यम से पेमेंट के लिए जरूरी प्रोडक्ट सपोर्ट देने के लिए अब हम यह टाइमलाइन 31 अक्टूबर 2022 तक बढ़ा रहे हैं।
Google ने इस साल सितंबर में अपने बिलिंग सिस्टम को डिवेलपर्स के लिए लागू करने की योजना बनाई थी। कमीशन चार्ज करने के लिए हो रही कंपनी की आलोचना का जवाब देते हुए Google ने कहा था कि सर्विस फीस सिर्फ उन डिवेलपर्स पर लागू होती है, जो Google Play के जरिए डिजिटल सामग्री बेचते हैं। दावा है कि ऐसे डिवेलपर्स का बेस, प्लैटफॉर्म पर उपलब्ध कुल डिवेलपर्स के तीन फीसदी से भी कम है।
हालांकि इसके बाद भी डिवेलपर्स के बीच Google की आलोचना जारी रही और कुछ प्रमुख मार्केट्स में कंपनी पर कानूनी कार्रवाई भी हुई। भारत में भी पिछले साल नवंबर में कॉम्पिटिशन कमीशन ऑफ इंडिया (CCI) ने कंपनी के खिलाफ जांच का आदेश दिया था। तमाम कार्रवाईयों के बाद Google ने Play store कमीशन को कम किया।
अक्टूबर में Google ने सभी ऐप सब्सक्रिप्शन के लिए सर्विस फीस को 30 प्रतिशत से 15 प्रतिशत तक कम करने का फैसला किया। इस तरह कंपनी ने अपने Play Store कमीशन मॉडल को और अपडेट किया है, जो जनवरी 2022 से लागू होगा।