इलेक्ट्रिक ऑटो के लिए दिल्ली मेट्रो ने 300 परमिट आवंटित किए हैं। ये सभी इलेक्ट्रिक ऑटो महिलाएं चलाएंगी और यात्रियों को अंतिम छोर तक कनेक्टिविटी सर्विस उपलब्ध कराएंगी। ई-ऑटो के परमिट, इलेक्ट्रिक मोबिलिटी सॉल्यूशंस और सर्विस प्रोवाइडर ETO मोटर्स को दिए गए हैं। पहले चरण के तहत अगस्त में 50 ई-ऑटो का परिचालन शुरू होगा। अपने बयान में ईटीओ मोटर्स ने कहा है कि कंपनी ने जीएमआर वारालक्ष्मी फाउंडेशन एंड एमओडब्ल्यूओ के साथ समझौता किया है। MOWO एक गैर-सरकारी संगठन है जो महिलाओं के लिए सुरक्षित परिवहन को बढ़ावा देता है।
बयान के अनुसार, ई-मोबिलिटी सर्विसेज के लिए MOWO महिला ड्राइवरों को ट्रेनिंग देगा। इस पहल का मकसद 300 महिलाओं के लिए आय का बेहतर जरिया तैयार करना और उनके लिए अवसर बनाना है। महिलाओं द्वारा संचालित ई-ऑटो का रंग नीला तथा बैंगनी होगा। दिल्ली मेट्रो (DMRC) ने परमिट दिए जाने की पुष्टि की है।
कंपनी के गैर-कार्यकारी उपाध्यक्ष दीपांकर तिवारी ने कहा कि महिलाओं को सशक्त बनाने की हमारी प्रतिबद्धता वास्तव में यूनिक है। उन्होंने बताया कि ईटीओ मोटर्स ने गुजरात के केवड़िया में इलेक्ट्रिक ऑटो चलाने के लिए 100 युवा बेरोजगार महिलाओं को ट्रेनिंग दी है। तिवारी ने कहा कि अब हम दिल्ली में मेट्रो स्टेशनों में 300 इलेक्ट्रिक ऑटो जोड़ रहे हैं, जो महिलाओं द्वारा ऑपरेट किए जाएंगे। ये महिला ड्राइवर, मेट्रो सर्विस इस्तेमाल करने वाले यात्रियों को लास्ट माइल कनेक्टिविटी देंगी।
महिला ड्राइवरों को ऑटो चार्ज करने में कोई परेशानी ना हो, इसके लिए ईटीओ का EV चार्जिंग सॉल्यूशन ‘थंडरबॉक्स' दिल्ली में विभिन्न मेट्रो स्टेशनों, रेसिडेंशियल सोसाइटीज और मॉल में लगाया जाएगा, ताकि महिला ड्राइवरों की पहुंच आसान हो सके। दिल्ली सरकार ने पिछले साल अक्टूबर और नवंबर में ई-ऑटो के लिए ऑनलाइन आवेदन आमंत्रित किए थे।
अधिकारियों ने बताया कि 2,855 ई-ऑटो के लिए पुरुष आवेदकों से 19,846 आवेदन प्राप्त हुए और 1,406 ई-ऑटो के लिए महिला आवेदकों से 743 आवेदन प्राप्त हुए। बाद में सरकार ने एक बयान जारी कर कहा था कि महिला कोटे के तहत 663 ई-ऑटो इस साल 3 मार्च को डीएमआरसी को एक एग्रीगेटर या ऑपरेटर के जरिए ऑपरेट करने की अनुमति के साथ आवंटित किए गए थे।