दुनिया के सबसे बड़े फिल्म पुरस्कार ऑस्कर (Oscar) जिसे अकैडमी अवॉर्ड्स भी कहा जाता है, उसमें भाग लेने के लिए भारत की ओर से भी किसी फिल्म को नामित किया जाता है। हर साल कोई चर्चित फिल्म ऑस्कर अवॉर्ड के लिए भेजी जाती है, लेकिन साल 2023 के लिए भारत की ओर से जो एंट्री भेजी गई है, वह आम दर्शकों के लिए चौंकाने वाली है। गुजराती फिल्म ‘छेलो शो' (Chhello Show) अनुवादित- (लास्ट फिल्म शो) को 95वें अकैडमी अवॉर्ड्स में बेस्ट इंटरनेशनल फीचर फिल्म कैटिगरी में भारत के सबमिशन के रूप में चुना गया है।
छेलो शो की ऑस्कर एंट्री को दर्शकों के नजरिए से आश्चर्यजनक चयन कहा जा सकता है, लेकिन फिल्म फेडरेशन ऑफ इंडिया के प्रेसिडेंट और प्रोड्यूसर टीपी अग्रवाल का कहना है कि जूरी के बीच यह फिल्म ‘सर्वसम्मत' पसंद थी, आरआरआर (RRR) और द कश्मीर फाइल्स (The Kashmir Files) जैसी पॉपुलर फिल्मों के साथ इसका कोई मुकाबला नहीं है।
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बातचीत में टीपी अग्रवाल ने कहा कि छेलो शो को फिल्म इंडस्ट्री की 17 जूरी ने चुना था। इस गुजराती फिल्म ने साल की कई बड़ी और ब्लॉकबस्टर फिल्मों के साथ मुकाबला किया। इनमें हाल ही में रिलीज हुई रणबीर कपूर-आलिया भट्ट की ब्रह्मास्त्र (Brahmastra), एसएस राजामौली की आरआरआर (RRR) आर माधवन के निर्देशन वाली रॉकेट्री - द नंबी इफेक्ट (Rocketry – The Nambi Effect), अमिताभ बच्चन अभिनीत नागराज मंजुले की झुंड (Jhund), राजकुमार राव-भूमि पेडनेकर स्टारर बधाई दो (Badhaai Do) और आयुष्मान खुराना की अगुवाई वाले अनेक (Anek) शामिल हैं।
अग्रवाल ने कहा कि छेलो शो को जूरी ने सर्वसम्मति से लिए गए फैसले में चुना। 17 मेंबर्स में से सभी ने कहा कि हमें इस फिल्म की जरूरत है। यह पूरी तरह से जूरी का फैसला था। उन्होंने कहा कि यह एक भारतीय फिल्म है जिसे (ऑस्कर के लिए) जाना चाहिए।
यह फिल्म भारत में सिनेमाघरों की पृष्ठभूमि पर तैयार की गई है, जिसने सेल्युलाइड से डिजिटल में एक बड़ा बदलाव देखा है। इस बदलाव में सैकड़ों सिंगल-स्क्रीन सिनेमाहॉल या तो खस्ताहाल हो गए या उनका अस्तित्व ही खत्म हो गया। फिल्म में भाविन रबारी, विकास बाटा, ऋचा मीणा, भावेश श्रीमाली, दीपेन रावल और राहुल कोली भूमिका निभा रहे हैं।
जिन दो फिल्मों को बेस्ट इंटरनेशनल फीचर फिल्म कैटिगरी के लिए भारत की ओर से भेजे जाने का अनुमान लगाया जा रहा था, वो द कश्मीर फाइल्स और आरआरआर थीं। इन फिल्मों ने विदेशों में भी काफी सुर्खियां बटोरी थीं। आरआरआर के निर्देशक ने एसएस राजामौली ने अमेरिका में हुई कई स्क्रीनिंग में भी भाग लिया था, ताकि ऑस्कर में आरआरआर की संभावनाओं को बढ़ाया जा सके। बताया जाता है कि दोनों ही फिल्में छेलो शो के सामने नहीं टिकीं और जूरी सिर्फ इसी फिल्म को ऑस्कर के लिए नामित करना चाहती थी। यह फिल्म 14 अक्टूबर को गुजरात के सिनेमाघरों और देश में चुनिंदा स्क्रीन पर रिलीज होगी।