Zorawar Light Tank : भारत अपनी रक्षा तैयारियों को लगातार मजबूत कर रहा है। अब मेड इन इंडिया हथियारों को खूब तवज्जो दी जा रही है। मीडिया रिपोर्टों के अनुसार, रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन (DRDO) ने लार्सन एंड टुब्रो (L&T) के साथ मिलकर स्वदेशी लाइट टैंक जोरावर (Zorawar) का प्रोटोटाइप तैयार किया है। जल्द ही इसके ट्रायल शुरू किए जाएंगे। हाल ही में इस टैंक को अनवील किया गया। द हिंदू की
रिपोर्ट के अनुसार, फिलहाल इस टैंक में कमिंस इंजन को लगाया गया है पर डीआरडीओ ने एक घरेलू इंजन को डेवलप करने का प्रोजेक्ट शुरू किया है।
सूत्रों के हवाले से रिपोर्ट में बताया गया है कि जोरावर टैंक को कम से कम समय में तैयार किया गया है। यह पृथ्वी पर सबसे कठिन वातावरण में ऑपरेट होने के लिए सक्षम है, जो लद्दाख और अरुणाचल प्रदेश के इलाके हो सकते हैं। दावा है कि ऊंचाई वाले इलाकों में कम रसद के साथ यह कठिन मौसम में टिका रह सकता है।
रिपोर्ट कहती है कि अभी पहला प्रोटोटाइप तैयार हुआ है। जल्द इसे फील्ड में उतारा जाएगा और टेस्टिंग पूरी होने के बाद उन यूजर्स को टेस्ट के लिए दिया जाएगा, जो भविष्य में इसे ऑपरेट करेंगे। एक अन्य सोर्स के हवाले से रिपोर्ट में कहा गया है कि अगले 6 महीनों तक इस टैंक को गर्मी, सर्दी समेत ऊंचाई वाले इलाकों में टेस्ट किया जाएगा और अगस्त 2025 तक आर्मी को भी परीक्षण के लिए सौंपा जाएगा।
इंजन है ‘जान', उसी पर होना है काम
जोरावर को ऑपरेट करने के लिए एक जर्मन इंजन को सही माना गया था। लेकिन जर्मनी से एक्सपोर्ट की मंजूरी के चलते इंजन मिलने में देरी हुई। आखिरकार डीआरडीओ ने कमिंस इंजन के साथ टैंक को डेवलप करने की योजना बनाई। रिपोर्ट के अनुसार, कमिंस इस बात पर तैयार है कि वह इंजन को भारत में ही असेंबल करेगी।
DRDO इंजन की दिक्कत को हमेशा के लिए दूर करना चाहता है। रिपोर्ट में बताया गया है कि डीआरडीओ ने हल्के टैंक के लिए एक नया पावर पैक डेवलप करने का प्रोजेक्ट शुरू किया है। अर्जुन टैंक के लिए भी एक नया इंजन डेवलप किया जा रहा है।